भीलवाड़ा : शाहपुरा जिले के कोटड़ी कस्बे में मुहर्रम के दिन हुए विवाद में गुरूवार को एक पक्ष के आह्वान पर कोटड़ी कस्बा बंद रहा. लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बाजार बंद रखा और थाने के बाहर प्रदर्शन किया. सूचना के बाद पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने आक्रोश जता रहे लोगों से वार्ता करते हुए उनकी समझाइश की. साथ ही मामले की जांच का आश्वासन दिया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि कोटड़ी कस्बे में बुधवार को मुहर्रम जुलूस के दौरान आगे आ रही भगवा पताका तोड़ने को लेकर एक पक्ष में आक्रोश है. उन्होंने आक्रोशित लोगों से वार्ता कर समझाइश की. आक्रोशित लोग पहले मेवाड़ के प्रसिद्ध कोटड़ी चारभुजा मंदिर परिसर में एकत्रित हुए और यहां से बाजार बंद करवाते हुए पुलिस थाने पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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लोगों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की. संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर भगवा पताका तोड़ी गई. अगर पताका ऊपर कर लेते तो जुलूस आराम से निकल सकता था. पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने उप जिला प्रमुख शंकर लाल गुर्जर, कोटड़ी प्रधान समेत संगठन से जुड़े पदाधिकारियों से वार्ता की और लोगों को समझाकर मामले की जांच करने का आश्वासन दिया.