गिरिडीह: सदर प्रखंड के गादी श्रीरामपुर के लोगों का जीना मुहाल है. प्रदूषण के कारण यहां के लोगों की जिंदगी नरकीय हो गई है. इसे लेकर लोग लगातार आंदोलन भी करते रहे. दो माह पूर्व भी आंदोलन करते हुए लौह फैक्ट्री का चक्का जाम किया गया. अब यहां के लोगों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. लोगों ने जगह जगह 'प्रदूषण से परेशान गादी श्रीरामपुर में आपका स्वागत है' स्लोगन का पोस्टर लगाया है. पोस्टर लगाने के साथ ग्रामीणों ने चतरो में बैठक भी की है. लोगों का कहना है कि जब उन्हें प्रदूषण से निजात नहीं दिलवाया जा सकता तो वे लोग वोट क्यूं करेंगे.
क्यूं बढ़ती जा रही है नाराजगी
दरअसल, पिछले दो दशक से सदर प्रखंड के गादी श्रीरामपुर पंचायत के चतरो, गंगापुर, महुआटांड, सिरसिया, मंझलाडीह समेत कई गांव के लोग प्रदूषण झेलते आ रहे हैं. यहां संचालित लौह फैक्ट्रियां जहर उगलती रही और यहां की जमीन बंजर होती गई. बच्चे दिव्यांग पैदा होने लगे. लोगों ने आंदोलन किया तो प्रशासन जगा सख्ती शुरू हुई, कुछ हद प्रदूषण पर नियंत्रण लगाया गया लेकिन समय बीतते-बीतते फैक्ट्री प्रबंधक ने फिर से लापरवाही बरतनी शुरू कर दी.
लोगों ने फिर से आंदोलन छेड़ा, अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक शिकायत की लेकिन कुछ विशेष कार्रवाई नहीं की गई. इस बार मार्च माह में ग्रामीण सड़क पर उतरे, फैक्ट्री का चक्का जाम किया. इस आंदोलन के बाद प्रशासन पदाधिकारी, फैक्ट्री मालिक, झारखण्ड प्रदूषण बोर्ड, कारखाना निरीक्षक की मौजूदगी में बैठक भी हुई. फैक्ट्री संचालकों ने प्रदूषण पर रोक लगाने का भरोसा भी दिया लेकिन स्थिति नहीं सुधरी. आज भी इस क्षेत्र के लोग प्रदूषण की जद में हैं.
क्या कहते हैं ग्रामीण
यहां के ग्रामीण विकास राय समेत अन्य का कहना है कि उनकी समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं देता है. अधिकारी निर्देश देते हैं, बैठक की जाती है, फैक्ट्री प्रबंधन बैठक में यह भरोसा देते हैं कि प्रदूषण को नियंत्रित करने वाली मशीन को शुरू करने का वादा किया लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. मार्च 2024 में आंदोलन के बाद अनुमंडल पदाधिकारी की मौजूदगी में हुई बैठक में फैक्ट्री प्रबंधक ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रित किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब जब इस समस्या का हल नहीं निकलेंगे तो वे लोग वोट क्यूं दें.
ये भी पढ़ें-