बागेश्वर: बंदर भगाओ-खेती बचाओ जन अभियान समिति के आह्वान पर आज गरूड़ के भकुनखोला मैदान में कत्यूर घाटी की सात न्याय पंचायतों के ग्रामीण पहुंचे और प्रदर्शन किया. इसी बीच ग्रामीणों ने कहा कि बंदरों की वजह से खेती चौपट हो रही है. साथ ही बंदर महिलाओं और बच्चों पर हमला कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा का संकट भी पैदा हो गया है.
बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान: नैनीताल हाईकोर्ट के अधिवक्ता डीके जोशी ने कहा कि बंदरों के आतंक से हर कोई परेशान हैं. पहाड़ में खेती को बचाने के लिए ये आंदोलन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज जनसभा में जनता से सुझाव और शिकायतें ली जा रहीं हैं, जिनसे सरकार को अवगत कराया जाएगा.
सब्जी उत्पादक किसानों हो रहा भारी नुकसान: सामाजिक कार्यकर्ता हरीश जोशी ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में बंदरों का सबसे ज्यादा आतंक है. खासकर सब्जी उत्पादक किसानों का बंदर सबसे ज्यादा नुकसान कर रहे हैंं. बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि काश्तकारों का खेती से मोहभंग होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि बंदरों से परेशान लोगों में विभाग के प्रति नाराजगी है, क्योंकि लोगों का कहना है कि पहाड़ों से पलायन का एक मुख्य कारण बंदरों और जंगली जानवरों द्वारा खेती को नष्ट करना है.
ऊखीमठ में भी बंदर मचा रहे उत्पात : बता दें कि रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में भी बंदर जमकर उत्पात मचा रहे हैं. आलम ये है कि लोगों का बाहर निकलना भी दूभर हो गया है. ऐसे में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को अपनी समस्या से अवगत कराया और बंदरों की समस्या का हल निकालने का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें-