श्रीगंगानगर: कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए गए अनूपगढ़ जिले को बीजेपी सरकार की बैठक के बाद खत्म करने से स्थानीय लोगों में भारी रोष है. अनूपगढ़ के निवासियों ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए इसे जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ बताय है. उनका कहना है कि सरकार ने 11 साल के संघर्ष को नजरअंदाज कर यह निर्णय लिया, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.
विधायक ने बताया राजनीति से प्रेरित: अनूपगढ़ की विधायक शिमला नायक ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अनूपगढ़ को जिला बनाकर क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी गई थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस जिले को समाप्त करके जनता को निराश किया है. विधायक ने राज्य सरकार के फैसले को जनविरोधी बताया. उन्होंने कहा कि अनूपगढ़ को जिला बनाने की सालों पुरानी मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरी की थी. लेकिन भाजपा सरकार ने राजनीति से प्रेरित होकर इसे खत्म कर दिया है. कांग्रेस इस जनविरोधी फैसले के खिलाफ पुरजोर तरीके से लड़ाई लड़ेगी.
उन्होंने कहा कि अनूपगढ़ के अंतिम गांव की जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर से दूरी तकरीबन 250 किलोमीटर है और अनूपगढ़ के सभी पात्रता पूरी करने के बाद भी जिला रद्द कर दिया गया है. जैसे ही अनूपगढ़ को जिला खत्म करने की घोषणा हुई, लोगों में आक्रोश फैल गया. बड़ी संख्या में लोग विरोध-प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर आए. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इधर, अनूपगढ़ के विभिन्न संगठनों ने रविवार को बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय करने का निर्णय लिया है.