बाड़मेर. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव आजाद सिंह राठौड़ ने हरियाणा के सीएम नायब सैनी पर भ्रामक प्रचार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सैनी ने कल बाड़मेर में यमुना जल समझौते के बारे में तथ्यहीन जानकारी दी और जनता से वोट मांगे.
आजाद सिंह राठौड़ ने कहा कि यमुना जल परियोजना से हमारा पश्चिमी राजस्थान क्षेत्र बिलकुल भी लाभान्वित या प्रभावित नहीं होता. यहां आकर उस मुद्दे पर वोट मांगना भी बाड़मेर की जनता को भ्रमित करना है. यमुना जल समझौते को लेकर जो कुछ भी उन्होंने कहा वह भ्रामक और सच्चाई से परे है. राठौड़ ने कहा कि वर्तमान हरियाणा व राजस्थान की भाजपा सरकार के मध्य हुए नए समझौते में राजस्थान के हितों की अनदेखी कर हरियाणा को अनुचित लाभ दिया गया है.
इसके साथ ही राठौड़ ने कहा कि हरियाणा लगातार राजस्थान को पानी देने के विषय को अटकाता रहा तथा अपनी नहरों को काम लेने के मुद्दे पर राजी नहीं हुआ. जबकि राज्य सरकार द्वारा सन 2020 में 31 हजार करोड़ की डीपीआर बनवाकर केंद्रीय जल आयोग को भिजवा दी गई. अब 17 फरवरी को राजस्थान, हरियाणा और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री की मौजूदगी में नहर की डीपीआर नए सिरे से बनवाने का समझौता हुआ है. इस समझौते ने 1994 की शर्तों का उल्लंघन कर दिया है तथा हरियाणा को पानी का मालिक बना दिया है.
राठौड़ ने बताया कि नए समझौते के अनुसार हरियाणा को पहले 24 हजार क्यूसेक पानी मिलेगा और उसके बाद यदि पानी बचेगा तो राजस्थान को पानी मिलेगा. ये शर्त मूल समझौते का उल्लंघन है. मूल समझौते के अनुसार सभी राज्यों को प्रो-रेटा बेसिस यानी पानी की उपलब्धता के अनुपात के अनुसार पानी मिलेगा. राजस्थान की जनता इस नए समझौते का विरोध करती है तथा मूल समझौते को लागू करवाने की मांग करती है. बाड़मेर के लोग आपकी इस तथ्यहीन और बहकावे की राजनीति में नहीं आएंगे.
गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी एक दिन पहले बालोतरा दौर पर आए थे. इस दौरान सामाजिक एवं प्रबुद्धजन सम्मेलन में भाग लेते हुए करीब 35 मिनट तक भाषण दिया. इस दौरान सैनी ने पानी सहित कई विषयों पर बात रखते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियां को गिनाने के साथ ही इंडी गठबंधन पर जमकर तंज कसा था.