पटनाः पिछले कुछ दिनों के दौरान बिहार में हुई ताबड़तोड़ आपराधिक वारदात पर सियासी घमासान तेज हो गया है. NDA के जो नेता लालू-राबड़ी के शासनकाल को जंगलराज की संज्ञा देते हैं वो अब तेजस्वी के निशाने पर हैं. तेजस्वी ने प्रदेश में बढ़ती आपराधिक वारदात को लेकर सरकार पर निशाना साधा है और सोशल मीडिया के जरिये लगातार हमलावर नजर आ रहे हैं.
13 जून को पहला वारः तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X के जरिये 13 जून को पहला वार किया और पिछले कुछ दिनों में हुई आपराधिक वारदात की पूरी लिस्ट निकालकर शेयर कर दी. तेजस्वी ने लिखा कि "बिहार में डबल इंजन सरकार के चंद घंटों के मंगलराज का अद्भुत आपराधिक नजारा देखिए। मुख्यमंत्री से लेकर दो-दो उपमुख्यमंत्री सहित समूचा अमला आपराधिक घटनाओं को लेकर आपराधिक चुप्पी ओढ़े हुए है."
14 जून को तेजस्वी का दूसरा वारः तेजस्वी ने जब सरकार को निशाने पर लिया तो सरकार के नुमाइंदों ने पलटवार किया, लेकिन तेजस्वी का हमला नहीं रुका और अगले दिन यानी 14 जून को एक बार फिर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये सरकार पर वार किया और अपराधों की फेहरिस्त शेयर कर दी. तेजस्वी ने लिखा कि "बिहार में डबल इंजन सरकार के बनावटी मंगलराज में चंद घंटों की डरावनी झलकियाँ. बिहार में इंसान की जान की कोई क़ीमत नहीं. जब चाहे जहां चाहे सरकारी अपराधी किसी को भी गोली मार रहे है। मुख्यमंत्री सहित सरकार को सत्ता संरक्षित आपराधिक घटनाओं पर कोई लेना-देना नहीं."
15 जून को तेजस्वी का तीसरा वार: हमलावर होते तेजस्वी पर NDA नेताओं ने फिर पलटवार किया और फिर लालू के शासनकाल का हवाला देकर तेजस्वी को घेरने की कोशिश की. लेकिन तेजस्वी नहीं रुके और 15 जून को एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर हमला बोला.
"बिहार की NDA सरकार में सरकारी अपराधियों को सिर्फ़ और सिर्फ एक ही चिंता और डर रहता है कि सत्ता संरक्षण में वारदात करते समय कहीं उनके पिस्तौल और बंदूक़ की गोलियाँ ना खत्म हो जाएं.ये सिर्फ़ गोली मार कर की गयी हत्या की घटनाएँ है। इनमें गोलीबारी और बमबारी की वो घटनाएँ नहीं है जिनमें लोग किसी तरह बच गए और इलाजरत हैं"- तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता
'आरजेडी के लोग ही अपराधी को छिपाते हैं': तेजस्वी के लगातार हमलों के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैदान में आए और कहा कि "बिहार में अपराधिक घटनाओं पर कार्रवाई होने में देर नहीं होती है. अपराधी को छुपा के रखने वाले आरजेडी के लोग होते हैं . बीजेपी अपराध विरोधी है. अपराधी बख्से नहीं जाएंगे. जिन लोगों ने अपराध किया है उन पर कार्रवाई होगी."
बड़ा मुद्दा रहा है 'जंगलराज': पिछले करीब 30 सालों की बिहार की सियासत पर नजर डाली जाए तो 'जंगलराज' सबसे बड़ा मुद्दा रहता है. इस मुद्दे के दम पर ही 2005 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA पहली बार बिहार की सत्ता पर काबिज हुआ.2010 में NDA की वापसी भी हुई. हालांकि उसके बाद दो बार नीतीश कुमार 'जंगलराज' वाली पार्टी के साथ सरकार भी बना चुके हैं. लेकिन आज भी बिहार की सियासत में ये सबसे बड़ा मुद्दा है. अभी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम से लेकर सीएम ने जंगलराज की खूब बात की.
फ्रंटफुट पर खेलना चाहते हैं तेजस्वीः लोकसभा चुनाव में मिले जन समर्थन के बाद तेजस्वी यादव जोश में हैं और अब विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. तेजस्वी जानते हैं कि विधानसभा के चुनाव में भी उनके विरोधी 'जंगलराज' वाले मुद्दे पर घेरने की कोशिश जरूर करेंगे.इससे पहले कि विरोधी अपराध के मुद्दे को हथियार बनाकर वार करें तेजस्वी खुद इसे बड़ा मुद्दा बनाकर बिहार सरकार को घेरने में जुट गए हैं. मतलब साफ है तेजस्वी NDA को उसी की पिच पर मात देने के लिए पूरी तरह मैदान में उतर आए हैं.
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