ETV Bharat / state

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पटना साहिब का पीपापुल, लोगों ने कहा- 'करेंगे वोट का बहिष्कार' - Patna Sahib People angry

Pipa Bridge Not Built: पटना साहिब के दियारा इलाके में सालों बाद भी पीपापुल नहीं बनने से यहां के लोगों में काफी नाराजगी है. इस बार लोग अपने नेताओं के झांसे में नहीं आएंगे, उनका कहना है कि हमलोग वोट का बहिष्कार करेंगे, साथ ही अपने सांसद के विरोध की बात कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पटना साहिब का पीपापुल
चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पटना साहिब का पीपापुल
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 22, 2024, 12:33 PM IST

Updated : Mar 22, 2024, 1:32 PM IST

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पटना साहिब का पीपापुल

पटनाः डिजिटल इंडिया के दौर में भी कई ऐसे कार्य हैं जो सिर्फ चुनावी मुद्दा बनकर रह जाता हैं, जैसे ही चुनाव करीब आता है, नेताओं के आश्वासन पर जनता तो वोट करती है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद अपने उस क्षेत्र में झांकी तक मारने नहीं जाते हैं नेता जी. इसका जीता जागता उदाहरण है राजधानी पटना से सटे पटना साहिब के काला दियारा इलाके का पीपा पुल. यहां दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां के लोग एक अदद पक्के पुल के लिए सालों से तरस रहे है.

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पीपापुलः पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के बख्तियापुर विधानसभा के ग्यासपुर का पीपा पुल काला दियारा इलाके का है. यहां बने लोहे के पुल पर सफर सिर्फ साल में 6 महीने तक ही लोग कर पाते हैं. बाकी के 6 महीने टूटे नाव के सहारे गुजारते हैं. जहां कई बार हादसा भी हो चुका है, जिससे जान व माल दोनों का भारी नुकसान हुआ इसके बावजूद नेताओं की नजर यहां के लोगों की परेशानी को नहीं समझ पाती.

पुल नहीं बनने से लोगों में आक्रोशः जब ईटीवी भारत की टीम काला दियारा पीपा पुल की ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंची तो स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था, उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमारे यहां से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद का यह क्षेत्र है. चुनाव के वक्त वोट मांगने आए तो वादा किया कि हमारी सरकार आई तो यह इसे पक्का पुल बनवा दिया जाएगा. लेकिन चुनाव जीतने के बाद एक बार झांकी तक नहीं मारने आए हैं.

पटना साहिब का पीपापुल
पटना साहिब का पीपापुल

"हमलोग यहां 50 गांव की जो आबादी है. इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. साथ ही किसी नेता के बहकावे में तब तक नहीं आएंगे जब तक कोई स्थाई समाधान सरकार न कर के दे. अगर सांसद इस बार हमारे क्षेत्र में आएंगे तो उन्हें जूते चप्पल का माला पहनाएंगे"- सीता राम राय, स्थानीय

'बरसात में होती है काफी परेशानी': लोगों ने बताया कि इस पीपापुल को बरसात में गंगा का जलस्तर बढ़ते ही खोल दिया जाता है और फिर लोगों को नाव से नदी पार कर उस तरफ पंचायतों में जाना–आना पड़ता है. इससे लोगों को काफी दिक्कत होती है. वहीं, बख्तियापुर विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि परेशानी तो है, लेकिन हमारी सरकार रहती तो पक्का पुल निर्माण का शिलान्यास कर दिया जाता लेकिन अभी हम नहीं हैं. अगर हमारी सरकार आएगी और यहां पर पक्का पुल बनवाने का कार्य करेगी.

"हमें पूरा भरोसा है, आने वाले चुनाव में हमारी सरकार आएगी और यहां पर पक्का पुल बनवाएगी. ग्रामीणों का आक्रोश जायज है, लेकिन हम उन्हें आश्वासन देते हैं कि उनके परेशानियों को जल्द दूर किया जाएगा. सब लोग यहां के लालू जी को चाहने वाले हैं. अपने वोट के जरिए ये लोग सरकार का विरोध करेंगे"- अनिरुद्ध कुमार, राजद विधायक

ये भी पढ़ेंः Patna News: हल्की बारिश में पीपापुल का रास्ता बना दलदल, आवागमन में हो रही परेशानी

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पटना साहिब का पीपापुल

पटनाः डिजिटल इंडिया के दौर में भी कई ऐसे कार्य हैं जो सिर्फ चुनावी मुद्दा बनकर रह जाता हैं, जैसे ही चुनाव करीब आता है, नेताओं के आश्वासन पर जनता तो वोट करती है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद अपने उस क्षेत्र में झांकी तक मारने नहीं जाते हैं नेता जी. इसका जीता जागता उदाहरण है राजधानी पटना से सटे पटना साहिब के काला दियारा इलाके का पीपा पुल. यहां दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां के लोग एक अदद पक्के पुल के लिए सालों से तरस रहे है.

चुनावी मुद्दा बनकर रह गया पीपापुलः पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के बख्तियापुर विधानसभा के ग्यासपुर का पीपा पुल काला दियारा इलाके का है. यहां बने लोहे के पुल पर सफर सिर्फ साल में 6 महीने तक ही लोग कर पाते हैं. बाकी के 6 महीने टूटे नाव के सहारे गुजारते हैं. जहां कई बार हादसा भी हो चुका है, जिससे जान व माल दोनों का भारी नुकसान हुआ इसके बावजूद नेताओं की नजर यहां के लोगों की परेशानी को नहीं समझ पाती.

पुल नहीं बनने से लोगों में आक्रोशः जब ईटीवी भारत की टीम काला दियारा पीपा पुल की ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंची तो स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था, उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमारे यहां से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद का यह क्षेत्र है. चुनाव के वक्त वोट मांगने आए तो वादा किया कि हमारी सरकार आई तो यह इसे पक्का पुल बनवा दिया जाएगा. लेकिन चुनाव जीतने के बाद एक बार झांकी तक नहीं मारने आए हैं.

पटना साहिब का पीपापुल
पटना साहिब का पीपापुल

"हमलोग यहां 50 गांव की जो आबादी है. इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. साथ ही किसी नेता के बहकावे में तब तक नहीं आएंगे जब तक कोई स्थाई समाधान सरकार न कर के दे. अगर सांसद इस बार हमारे क्षेत्र में आएंगे तो उन्हें जूते चप्पल का माला पहनाएंगे"- सीता राम राय, स्थानीय

'बरसात में होती है काफी परेशानी': लोगों ने बताया कि इस पीपापुल को बरसात में गंगा का जलस्तर बढ़ते ही खोल दिया जाता है और फिर लोगों को नाव से नदी पार कर उस तरफ पंचायतों में जाना–आना पड़ता है. इससे लोगों को काफी दिक्कत होती है. वहीं, बख्तियापुर विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि परेशानी तो है, लेकिन हमारी सरकार रहती तो पक्का पुल निर्माण का शिलान्यास कर दिया जाता लेकिन अभी हम नहीं हैं. अगर हमारी सरकार आएगी और यहां पर पक्का पुल बनवाने का कार्य करेगी.

"हमें पूरा भरोसा है, आने वाले चुनाव में हमारी सरकार आएगी और यहां पर पक्का पुल बनवाएगी. ग्रामीणों का आक्रोश जायज है, लेकिन हम उन्हें आश्वासन देते हैं कि उनके परेशानियों को जल्द दूर किया जाएगा. सब लोग यहां के लालू जी को चाहने वाले हैं. अपने वोट के जरिए ये लोग सरकार का विरोध करेंगे"- अनिरुद्ध कुमार, राजद विधायक

ये भी पढ़ेंः Patna News: हल्की बारिश में पीपापुल का रास्ता बना दलदल, आवागमन में हो रही परेशानी

Last Updated : Mar 22, 2024, 1:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.