पटनाः बिहार में अब नल जल योजना का काम पंचायती राज विभाग से लेकर पीएचईडी के हवाले कर दिया गया है. पीएचईडी मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि आगे से जल नल योजना का कार्य पीएचईडी तो करेगा ही पंचायती राज विभाग की ओर से ग्रामीण वार्डों में निर्मित 70157 जलापूर्ति योजना की देखरेख भी पीएचईडी ही करेगा.
कैबिनेट से 3611.45 करोड़ की राशि स्वीकृतः मंत्री नीरज कुमार बबलू ने बताया कि जल नल योजना के लिए कैबिनेट ने 3611.45 करोड़ की राशि स्वीकृत भी कर दी है. नल जल योजना में गड़बड़ी की शिकायतों को दूर करने को लेकर पीएचईडी काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि नल से जल आपूर्ति में बिजली न रहने से जो समस्या उत्पन्न होती है उसे दूर करने के लिए सोलर प्लांट लगाकर काम किया जाएगा.
अगली गर्मी तक हर घर में पहुंचेगा शुद्ध पेयजलः पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह सपना है कि बिहार के लोगों के घर में नल जल की आपूर्ति हो. शुद्ध पेयजल की आपूर्ति को लेकर लगातार काम किया जा रहा है. निश्चित तौर पर कई जगहों से शिकायतें भी आई हैं, जिसके ऊपर कार्रवाई की जा रही है.
"जो माननीय मुख्यमंत्री जी का सपना है कि हर घर शुद्ध नल का जल पहुंचे वो हमलोग अविलंब पहुंचा पाएंगे. वो हमलोग अविलंब दुरुस्त कर पाएंगे और मुझे लगता है कि 6 महीने के अंदर हम लोग सारा काम शुरू करा देंगे. 6 महीने के अंदर लोगों को पानी मिलने लगेगा. इसको लेकर हमलोग अविलंब टेंडर की प्रक्रिया भी करने जा रहे हैं."- नीरज कुमार बबलू, पीएचईडी मंत्री
'विभाग कराएगा काम, वार्ड सदस्य करेंगे देख-रेख': नीरज कुमार बबलू ने बताया कि अब किसी के माध्यम से काम नहीं होगा. विभाग अपने माध्यम से काम करेगा. पहले मुखिया के माध्यम से काम हुआ था. हां, कामों की मॉनिटरिंग वार्ड सदस्य ही करेंगे. देखरेख का सिस्टम वही रहेगा लेकिन काम विभाग ही कराएगा.
पंचायती राज विभाग के कामों में मिली थी शिकायतः बता दें कि बिहार में नल जल योजना का पूरा काम पंचायती राज विभाग के जिम्मे था और पंचायत के मुखिया के माध्यम से इस महत्वांक्षी योजना का काम कराया जा रहा था, लेकिन इसको लेकर कई जगहों से आ रही लगातार शिकायतों के बाद अब इसे पीएचईडी के हवाले कर दिया गया है. अब देखना है कि विभाग दावे के मुताबिक आनेवाली गर्मी तक हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंच पाता है कि नहीं.