पटनाः भारतीय सियासत में बदलाव का पैगाम लेकर आनेवाली जेपी की संपूर्ण क्रांति के 50 साल पूरे होने पर बिहार की राजधानी पटना में संपूर्ण क्रांति स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया गया. बिहार विधान परिषद के सभागार कक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा बिहार गान के रचयिता कवि सत्यनारायण, पूर्व विधानपार्षद संजय पासवान, पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल और पूर्व विधानपार्षद प्रोफेसर किरण घई भी मौजूद रहीं.
'जेपी ने देश को नयी दिशा दी':इस अवसर पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि "इमरजेंसी के दौरान देश के अंदर जो गलतियां हुई थीं उसे आगे की पीढ़ी को भी बताने की जरूरत है.जिस समय इमरजेंसी लगी थी उस समय जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति ने बताया कि यदि कोई संविधान को चुनौती देगा तो भारत की जनता उसके खिलाफ खड़ी होगी". उन्होंने कहा कि "जेपी के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प ही जयप्रकाश नारायण को सच्ची श्रद्धांजलि होगी."
गंगा प्रसाद ने यादें साझा कींः इस मौके पर सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने संपूर्ण क्रांति के दौरान की यादों को साझा किया.गंगा प्रसाद ने कहा कि "वो भी उस आंदोलन में सक्रिय थे. उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंटी जारी किया गया था और जब उनके घर की कुर्की जब्ती की गयी तो गिरफ्तारी देनी पड़ी. आज के नौजवानों को उस दौर के संघर्ष को जानने की जरूरत है."
"आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि आने वाली पीढ़ी तक जयप्रकाश नारायण के बताए हुए सिद्धांत को पहुंचाया जा सके. जिन्होंने 75 साल की उम्र में निरंकुश हो चुके शासन को न सिर्फ चुनौती दी बल्कि पूरे देश को एकजुट कर भारत की सियासत में युगांतकारी परिवर्तन के नायक बने' अरुण कुमार सिन्हा, विधायक
ब्यूरो चीफ बृजमोहन पांडेय को सम्मानः संपूर्ण क्रांति स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर अवसर पर इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन की ओर से ईटीवी भारत के बिहार के ब्यूरो चीफ बृजमोहन पांडेय को सम्मानित किया गया.सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने बृजमोहन पांडेय को सम्मानित किया. वहीं बिहार गीत के रचयिता सत्यनारायण ने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के समय में लिखी हुई कविताओं से आंदोलन की यादें ताजा कर दीं.
अब तक क्यों नहीं बन पाया जेपी के सपनों का बिहार, क्या संपूर्ण क्रांति पार्ट टू की फिर है दरकार?