ETV Bharat / state

पैथोलॉजिस्ट ग्रुप लखनऊ के PGI में आज करेगा हेल्थ वॉक का आयोजन - LUCKNOW NEWS

बैठक में कैंसर की शीघ्र डायग्नोसिस की दिशा में कदम विषय पर होगी चर्चा.

पैथोलॉजिस्ट ग्रुप आज करेगा हेल्थ वॉक का आयोजन
पैथोलॉजिस्ट ग्रुप आज करेगा हेल्थ वॉक का आयोजन (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 25, 2025, 11:05 AM IST

लखनऊ: संजय गांधी पीजीआई में शनिवार यानी आज पैथोलॉजिस्ट ग्रुप की 47वीं पीडियाट्रिक एकेडमिक मीटिंग और हेल्थ वॉक टूर का आयोजन किया जा रहा है. इस बैठक की मेजबानी एसजीपीजीआई का पैथोलॉजी विभाग कर रहा है. बैठक में कैंसर की शीघ्र डायग्नोसिस की दिशा में कदम विषय पर चर्चा की जाएगी. इस चर्चा का उद्देश्य आम जन को कैंसर की प्रारंभिक पहचान के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करना है. यह देखने में आता है कि शरीर में कोई गांठ होने पर लोग सुई द्वारा जांच एफएनए‌सी या बायोप्सी जांच से परहेज करते है. जिससे बीमारी स्टेज 3 या 4 मे पहुंच जाती है. जिसके कारण कैंसर के इलाज में सफलता की दर कम हो जाती है और इलाज भी बहुत महंगा हो जाता है. वहीं, प्रारंभिक अवस्था मे कैंसर की पहचान से शत प्रतिशत इलाज संभव है.

यह जानकारी देते हुए पैथोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर मनोज जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों और शहर से लगभग 100 पैथोलॉजिस्ट के भाग लेने की उम्मीद है. इस मौके पर स्वस्थ जीवन शैली के लिए पैदल चलने के लाभों और प्रारंभिक कैंसर के निदान में बीमारी विज्ञानियों की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक हेल्थ वॉक टूर का भी आयोजन किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि कैंसर बीमारी का पूर्वानुमान और कैंसर रोगी का जीवित रहना उसके प्रारंभिक चरण में कैंसर की डायग्नोसिस पर निर्भर करता है. फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी और बायोप्सी की हिस्टोपैथोलॉजी जांच के साथ-साथ मॉलिक्यूलर जांच जैसे उन्नत डायग्नोस्टिक तौर-तरीकों द्वारा और करके कैंसर का शीघ्र पता लगाने में पैथोलॉजिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

उन्होंने बताया कि लखनऊ पैथोलॉजिस्ट ग्रुप (एलपीजी) का गठन अगस्त 2010 में एसजीपीजीआई में किया गया था, जिसमें लखनऊ के पैथोलॉजिस्ट के बीच अकादमिक गतिविधि को बढ़ावा देने और पैथोलॉजी में रीसेंट एडवांसेस के साथ अपडेट रहने के उद्देश्य से लखनऊ के पैथोलॉजिस्ट, शैक्षणिक संस्थानों के रेजिडेंट डॉक्टर, कॉर्पोरेट अस्पतालों और निजी पैथोलोजिस्ट चिकित्सकों को शामिल किया गया था.

उन्होंने बताया कि यह शहर के सभी रोगविज्ञानियों के बीच बातचीत और संचार के लिए एक साझा मंच है. शहर के विभिन्न संस्थानों के बीच त्रैमासिक आधार पर आधे दिन की शैक्षणिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया. अपनी स्थापना के बाद से एलपीजी ने 6 चक्र पूरे करते हुए 46 सफल बैठकें आयोजित की हैं. इन एलपीजी बैठकों ने पैथोलॉजिस्ट और पैथोलॉजी रेजिडेंट डॉक्टरों के बीच शैक्षणिक गतिविधि और पैथोलॉजी प्रैक्टिस के लिए लखनऊ में संस्थानों के सहयोग को बढ़ावा दिया है.

उन्होंने बताया कि अतीत में एसजीपीजीआईएमएस, कमांड हॉस्पिटल, केजीएमयू, आरएमएलआईएमएस, एरा मेडिकल कॉलेज, मैक्स सहारा हॉस्पिटल, विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मेदांता हॉस्पिटल और लखनऊ एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट (एलएपीपीएम) द्वारा एलपीजी बैठकें आयोजित किया जा चुका हैं.

यह भी पढ़ें: अब लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भी होगा बोनमैरो ट्रांस्प्लांट, जानिए कितना खर्च आएगा?

यह भी पढ़ें: एसजीपीजीआई में पित्ताशय के कैंसर का नई तकनीक से होगा सटीक इलाज, कीमत काफी कम

लखनऊ: संजय गांधी पीजीआई में शनिवार यानी आज पैथोलॉजिस्ट ग्रुप की 47वीं पीडियाट्रिक एकेडमिक मीटिंग और हेल्थ वॉक टूर का आयोजन किया जा रहा है. इस बैठक की मेजबानी एसजीपीजीआई का पैथोलॉजी विभाग कर रहा है. बैठक में कैंसर की शीघ्र डायग्नोसिस की दिशा में कदम विषय पर चर्चा की जाएगी. इस चर्चा का उद्देश्य आम जन को कैंसर की प्रारंभिक पहचान के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करना है. यह देखने में आता है कि शरीर में कोई गांठ होने पर लोग सुई द्वारा जांच एफएनए‌सी या बायोप्सी जांच से परहेज करते है. जिससे बीमारी स्टेज 3 या 4 मे पहुंच जाती है. जिसके कारण कैंसर के इलाज में सफलता की दर कम हो जाती है और इलाज भी बहुत महंगा हो जाता है. वहीं, प्रारंभिक अवस्था मे कैंसर की पहचान से शत प्रतिशत इलाज संभव है.

यह जानकारी देते हुए पैथोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर मनोज जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों और शहर से लगभग 100 पैथोलॉजिस्ट के भाग लेने की उम्मीद है. इस मौके पर स्वस्थ जीवन शैली के लिए पैदल चलने के लाभों और प्रारंभिक कैंसर के निदान में बीमारी विज्ञानियों की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक हेल्थ वॉक टूर का भी आयोजन किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि कैंसर बीमारी का पूर्वानुमान और कैंसर रोगी का जीवित रहना उसके प्रारंभिक चरण में कैंसर की डायग्नोसिस पर निर्भर करता है. फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी और बायोप्सी की हिस्टोपैथोलॉजी जांच के साथ-साथ मॉलिक्यूलर जांच जैसे उन्नत डायग्नोस्टिक तौर-तरीकों द्वारा और करके कैंसर का शीघ्र पता लगाने में पैथोलॉजिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

उन्होंने बताया कि लखनऊ पैथोलॉजिस्ट ग्रुप (एलपीजी) का गठन अगस्त 2010 में एसजीपीजीआई में किया गया था, जिसमें लखनऊ के पैथोलॉजिस्ट के बीच अकादमिक गतिविधि को बढ़ावा देने और पैथोलॉजी में रीसेंट एडवांसेस के साथ अपडेट रहने के उद्देश्य से लखनऊ के पैथोलॉजिस्ट, शैक्षणिक संस्थानों के रेजिडेंट डॉक्टर, कॉर्पोरेट अस्पतालों और निजी पैथोलोजिस्ट चिकित्सकों को शामिल किया गया था.

उन्होंने बताया कि यह शहर के सभी रोगविज्ञानियों के बीच बातचीत और संचार के लिए एक साझा मंच है. शहर के विभिन्न संस्थानों के बीच त्रैमासिक आधार पर आधे दिन की शैक्षणिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया. अपनी स्थापना के बाद से एलपीजी ने 6 चक्र पूरे करते हुए 46 सफल बैठकें आयोजित की हैं. इन एलपीजी बैठकों ने पैथोलॉजिस्ट और पैथोलॉजी रेजिडेंट डॉक्टरों के बीच शैक्षणिक गतिविधि और पैथोलॉजी प्रैक्टिस के लिए लखनऊ में संस्थानों के सहयोग को बढ़ावा दिया है.

उन्होंने बताया कि अतीत में एसजीपीजीआईएमएस, कमांड हॉस्पिटल, केजीएमयू, आरएमएलआईएमएस, एरा मेडिकल कॉलेज, मैक्स सहारा हॉस्पिटल, विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मेदांता हॉस्पिटल और लखनऊ एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट (एलएपीपीएम) द्वारा एलपीजी बैठकें आयोजित किया जा चुका हैं.

यह भी पढ़ें: अब लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भी होगा बोनमैरो ट्रांस्प्लांट, जानिए कितना खर्च आएगा?

यह भी पढ़ें: एसजीपीजीआई में पित्ताशय के कैंसर का नई तकनीक से होगा सटीक इलाज, कीमत काफी कम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.