देहरादून: एडवेंचर हब बन रहे उत्तराखंड में लगातार स्किल डेवलपमेंट और क्वालिटी टूरिज्म पर बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में पिछले 2 साल में उत्तराखंड में एडवेंचर के क्षेत्र में निशुल्क ट्रेनिंग कर हजारों युवाओं ने आजीविका के नए क्षेत्रों को तलाशा है. इसी बीच हाल ही में तैयार हुए ढाई सौ से ज्यादा पैराशूट पायलटों को देखते हुए उत्तराखंड में 17 नई लोकेशन पर पैराग्लाइडिंग साइट खोल दी गई है.
फ्री ट्रेनिंग से तैयार हुए 234 कुशल पैराग्लाइडर पायलट: उत्तराखंड पर्यटन विभाग की एडवेंचर विंग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में अब तक एयरोस्पेस के अंतर्गत टिहरी में मौजूद एडवेंचर अकादमी में वर्ष 2023 से वर्ष 2024 तक p1 से p4 और ग्लाइड फ्लाइंग में 131 लोगों ने फ्री ट्रेनिंग ले ली है, जबकि 21 लोगों ने SIV ट्रेनिंग प्राप्त की है. वहीं, नैनीताल भीमताल में विभाग द्वारा रजिस्टर पहले पैराग्लाइडिंग फॉर्म में काम करने वाले 41 पैरा पायलटों के लिए रिजर्व रिपैकिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जबकि 41 पायलटों के लिए टैन्डम प्रो कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस तरह से प्रदेश भर में तकरीबन 234 लोगों को फ्री ट्रेनिंग कराकर उन्हें हाईली स्किल्ड किया गया है.
पूरे देश भर में एडवेंचर हब का बन रहा उत्तराखंड: उत्तराखंड पर्यटन परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एडवेंचर विंग के हेड कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि उत्तराखंड आज पूरे देश भर में एडवेंचर हब बन चुका है. उत्तराखंड में होने वाली क्वालिटी ट्रेनिंग से देश के बाकी प्रदेश भी प्रेरित हो रहे हैं और लगातार उत्तराखंड का लोहा मानते हुए उत्तराखंड से सीख ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तैयार होने वाले रोजगार के क्षेत्र में पैराग्लाइडर पायलट पर्यटन की नई संभावनाओं को जन्म दे रहे हैं और इसी का असर है कि अब प्रदेश में 17 नई लोकेशन पर पैराग्लाइडिंग की परमिशन दे दी गई है.
इन 17 नई लोकेशन पर शुरू होगी पैराग्लाइडिंग
देहरादून
- भादराज के पास पड़ने वाले दुधली गांव
- सनगांव के नजदीक थानों
टिहरी - शिवपुरी के नजदीक टिमली गांव
- कुट्ठा
- प्रताप नगर
पौड़ी - बरखोलू, रौतेला गांव
- मासोंन
चंपावत - झूमाधारी, लोहाघाट
- बड़ासुर का किला के नजदीक कर्णकारायत
पिथौरागढ़ - गरुड़
- जीवाल, गंगोलीहाट
बागेश्वर - नेल
- जौलकांडे
- विनाई कपकोट
- झंडीधार कपकोट
- अल्मोड़ा में बांटा
- नैनीताल में मंगली मंगोल
पिछले 2 साल में तैयार हुए 663 युवा: कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि हाई एल्टीट्यूड गाइड कोर्स और लो एल्टीट्यूड गाइड कोर्स स्कीम कोर्स स्किंग थे. ट्रेनर और स्पेशल बेसिक माउंटेनिंग कोर्स में वर्ष 2022-23 में 281 और वर्ष 2023-24 में 382 यानी कि इन दो सालों में कुल 663 युवाओं को ट्रेन किया गया है.
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