बूंदी. रविवार को बूंदी शहर के बीचों-बीच खोजा गेट से आगे कुंभा स्टेडियम रोड पर वन्य जीव पैंथर के आने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. कुंभा स्टेडियम रोड पर निकलते हुए पैंथर एक मकान के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया. सूचना पर मिलने पर रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक और उप क्षेत्र निदेशक संजीव शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम को रेस्क्यू के निर्देश दिए हैं.
अभयारण्य क्षेत्र से जिला मुख्यालय के बीचों-बीच वन्यजीव पैंथर के पहुंचने के मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य चर्मेश शर्मा ने इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के नाम शिकायत दर्ज करवाते हुए इसे मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा बताते हुए वन्य जीवों से बूंदी के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.
मानव जीवन सुरक्षा सर्वोपरि : मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के नाम दर्ज शिकायत में चर्मेश शर्मा ने कहा कि मानव जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए. वन विभाग की लापरवाही से पैंथर अभयारण्य क्षेत्र से शहर में पहुंच गया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. शर्मा ने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए कि मानव जीवन के लिए हिंसक वन्य जीव जिला मुख्यालय से सुरक्षित दूरी पर रहे और किसी भी कीमत पर वन्य क्षेत्र से बाहर निकलकर मानव बस्ती शहर या गांव तक न आ पाए. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कारण रहे कि पैंथर जैसा हिंसक वन्य जीव बूंदी शहर में आ गया और वन विभाग के अधिकारी कुम्भकरणी नींद सोते रहे.
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टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन जारी : रेंजर हेमेंद्र सिंह, वनरक्षक रतिराम जाट, वनरक्षक सांवरमल जाट, वनरक्षक ताराचंद, वनरक्षक रेणु कुमारी, रेस्क्यू एक्सपर्ट युधिष्ठिर मीणा, होमगार्ड सुनील गुर्जर अल सुबह मौके पर पहुंचे. जहां टीम की ओर से लगातार सर्च ऑपरेशन जारी रहा. टीम ने ट्रेंकुलाइज टीम को सूचना करने के साथ आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरा देखे. मामले में उप वन संरक्षक संजीव शर्मा, उप वन संरक्षक तरुण मेहरा, रेंजर हेमेंद्र सिंह व दीपक जासू और पूरी टीम संयुक्त रूप से सक्रियता के साथ सर्च ऑपरेशन में लगी रही.
गुरुवार को कैमरे में ट्रैप हुआ पैंथर : आरवीटीआर के बफर क्षेत्र कालदां की तलहटी में बसे गुढ़ानाथावतान के शाहपुरा गांव में एक सप्ताह से वन्यजीव की गतिविधियां बढ़ गई है. वन विभाग ने आबादी के पास एक फोटोट्रैप कैमरा लगया था, जिसमें गुरुवार शाम को पैंथर का फोटो ट्रैप हुआ था. इसके बाद विभाग ने शुक्रवार को दूसरे रास्ते पर भी कैमरे लगाकर ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है.
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जंगलों में बढ़ी पैंथर की संख्या : जिले की समृद्ध जैवविविधता व 27 प्रतिशत भूभाग वन क्षेत्र होने से यहां बाघ बघेरों सहित सभी वन्यजीव मौजूद है. अभी रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में आरवीटीआर में 25-30 पैंथर व पैराफेरी क्षेत्र में 6 पैंथर मौजूद हैं. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के सघन और दुर्गम जंगलों में बघेरों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
7 पैंथर हो चुके हैं दुर्घटना के शिकार : चालू वर्ष में अलग-अलग दुर्घटनाओं में 7 पैंथर काल कलवित हो चुके हैं, जिनमें से 4 पैंथर हाल ही में बरड़ क्षेत्र में 11 केवी विद्युत लाइन की चपेट में आकर मौत के शिकार हो गए. वहीं, डाटून्दा के पास दो नाहर घाटी में 1 पैंथर अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मरा हुआ पाया गया. इसी प्रकार 2 पैंथर रेलवे लाइन पर रेल की चपेट में आ चुके हैं.
"बूंदी शहर में पैंथर की सूचना मिलने पर टीम को मौके पर भिजवाया गया हैं. साथ ही तीन अलग-अलग टीमें गठित करके आसपास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन किया गया है. मामले की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं." - उपवन संरक्षक और उप क्षेत्र निदेशक संजीव शर्मा