राजसमंद: जिले के नाथद्वारा शहर में पिछले एक पखवाड़े से विचरण कर रहे पैंथर को वन विभाग ने सोमवार सुबह पिंजरे में कैद कर लिया. इसके साथ ही पन्द्रह दिन से दहशत में जी रहे नाथद्वारा वासियों ने राहत की सांस ली. पैंथर के डर से लोगों का रातों में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था.
नाथद्वारा के क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र पुरोहित ने बताया कि नाथद्वारा शहर में लंबे समय से पैंथर का विचरण था. लोग दहशत में थे. इसे पकड़ने के लिए अलग अलग जगह पर पिंजरे लगाए,लेकिन पैंथर पकड़ में नहीं आया. अब मीरा होटल क्षेत्र में पिंजरा रखा गया, जहां पैंथर पिंजरे में कैद हो गया. सूचना पर वनपाल, वनरक्षकों की टीम मौके पर पहुंची. फिर पिंजरे को वन विभाग के अन्य वाहन के जरिए पीपरड़ा नर्सरी पहुंचाया गया. यहां पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाकर पैंथर के स्वास्थ्य की जांच करवाई गई. साथ ही बाद में वन विभाग की टीम द्वारा उस पैंथर को घने जंगल में छोड़ दिया गया.
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दो साल का है नर पैंथर : क्षेत्रीय वन अधिकारी पुरोहित ने बताया कि पिंजरे में कैद हुआ नर पैंथर दो वर्ष की उम्र का है. पशु चिकित्सकों की जांच में यह स्वस्थ पाया गया. पिछले कई दिनों से नाथद्वारा शहर के मीरा नगर, नाथूवास व सुखाड़िया नगर में विचरण हो रहा था. चार दिन पहले घर में घुसकर एक डॉग का भी शिकार कर लिया, जबकि आबादी क्षेत्र की गलियों में पैंथर का विचरण होने से शहरवासी भी काफी डरने लगे थे.