देहरादून: त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 2 साल बढ़ाये जाने की मांग को लेकर आज उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने पंचायत राज मंत्री सतपाल महाराज के सरकारी आवास कूच किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सतपाल महाराज के सुभाष रोड स्थित आवास से पहले बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रोके जाने से नाराज आंदोलनकारी सड़क पर ही बैठकर अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे.
इससे पूर्व त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के लोग परेड ग्राउंड में इकट्ठा हुए. यहां से सभी जुलूस के रूप में आगे बढ़े. पुलिस ने मंत्री आवास से पहले आंदोलनकारियों को रोक दिया. इससे नाराज कुछ पंचायत संगठन के लोगों ने बैरिकेडिंग लांघने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के समझाने के बाद संगठन के लोग आगे बढ़ने से रुक गए. इसके बाद सतपाल महाराज की तरफ से जवाब आए की पांच लोगों को वार्ता के लिए बुलाया है, लेकिन संगठन ने साफ शब्दों में मना कर दिया.
संगठन ने कहा आज हम कोई वार्ता नहीं करेंगे. हमको वार्ता के लिए तारीख चाहिए. इस दौरान भारी बारिश के बीच आंदोलनकारी सड़कों पर ही डटे रहे. अपनी मांगों को लेकर लामबंद हुए संगठन के लोगों को जब सिटी मजिस्ट्रेट की तरफ से 17 सितंबर को पंचायती राज मंत्री की ओर से वार्ता के लिए लिखित आश्वासन मिला तब जाकर उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के लोग सड़क से उठे.
संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मार्तोलिया ने बताया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से संगठन की एक सूत्री मांग दो वर्ष का कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर पंचायत राज मंत्री को मुख्य भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी थी. एक महीना बीत जाने के बावजूद पंचायत राज मंत्री की ओर से कोई भूमिका नहीं निभाई गई है. उन्होंने बताया त्रिस्तरीय पंचायत के 70 हजार सदस्य इस आंदोलन के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में कोई भी ताकत इस संगठन को कमजोर ना समझे. ग्राम प्रधान संगठन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर ने कहा उत्तराखंड में एक राज्य एक चुनाव की मांग को लेकर संगठन विगत 1 वर्ष से आंदोलनरत है, लेकिन सरकार मजबूरन उनसे संघर्ष करवा रही है. अगर सरकार लिखित आश्वासन देती है कि पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाएंगे तो हम लोग अपने घर जाने को तैयार हैं.