भरतपुर : करौली जिले के पांचना बांध से पानी आने के साथ ही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी संख्या में पेंटेड स्टॉर्क ने अपनी दस्तक दे दी है. घना में इनकी संख्या 500 से अधिक है. घना डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि इस बार उद्यान में 500 की संख्या में पेंटेड स्टॉर्क पहुंच चुके हैं. पेंटेड स्टॉर्क ने घना के बी और डी ब्लॉक में नेस्टिंग करना शुरू कर दिया है. उद्यान में पांचना बांध के पानी के साथ इस बार बड़ी संख्या में मछलियां और अन्य भोजन की वजह से यह संख्या 2 हजार तक पहुंचने की संभावना है.
पर्यटक कल कर सकेंगे दीदार : मानस सिंह ने बताया कि घना में पेंटेड स्टॉर्क अगस्त के शुरुआत में आना शुरू कर देता है और अगस्त के अंतिम सप्ताह तक अच्छी संख्या में नेस्टिंग कर लेते हैं. बच्चों के बड़े होने पर ये मार्च के प्रथम सप्ताह तक बच्चों के साथ भारत के दक्षिणी राज्यों की तरफ पलायन कर जाते हैं. राज्य सरकार के निर्देश पर घना समेत प्रदेश के सभी राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया था. ऐसे में मंगलवार से पर्यटक फिर से उद्यान घूम सकेंगे और पेंटेड स्टॉर्क समेत अन्य पक्षियों का दीदार कर सकेंगे. बीते एक सप्ताह के दौरान पर्यटकों ने घना के पास स्थित मलाह क्षेत्र के जंगल में पक्षियों की साइटिंग की थी. इस जंगल में करीब एक दर्जन से अधिक प्रजाति के सैकड़ों पक्षियों ने नेस्टिंग कर रखी है.
पढ़ें. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को 3 साल बाद मिला 'अमृत', अब पांचना बांध का 300 MCFT पानी मिलने की उम्मीद
ऐसा होता है पेंटेड स्टॉर्क : भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया में पाया जाने वाला पेंटेड स्टॉर्क बहुत ही रंग बिरंगा सुंदर पक्षी होता है. इसकी चोंच पीली और आगे से नीचे की तरफ मुड़ी होती है. गर्दन और पीठ सफेद, पंख हल्के गुलाबी रंग लिए, जिन पर काली सफेद पट्टी भी नजर आती है. पैर गहरे गुलाबी या लाल रंग के होते हैं. इसका आकार करीब 40 इंच और फैले हुए पंखों के साथ करीब 63 इंच तक होता है. इनका वजन करीब 2 से 3.50 किलो तक होता है.