बेजान शरीर में भरता है ये फल जान, सेब को टक्कर दे रहा पचमढ़ी नाशपाती, वेरायटी के लोग दीवाने - Pachmarhi Nashpati Demand - PACHMARHI NASHPATI DEMAND
पचमढ़ी के पोलो उद्यान का नाका और पत्थर नाग वैरायटी के नाशपाती की मार्केट में मांग बढ़ गई है. ठंडी इलाका होने के कारण यहां नाशपाती की अच्छी पैदावार होती है. जिससे स्थानीय सहित भोपाल और अन्य मंडियों में भी यहां के नाशपाती की डिमांड बढ़ गई है.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Sep 9, 2024, 2:16 PM IST
|Updated : Sep 9, 2024, 2:33 PM IST
नर्मदापुरम: हिल स्टेशन पचमढ़ी अपनी सुंदरता से पर्यटकों को लुभाता आया है. लेकिन अब पचमढ़ी के नाशपाती के भी लोग दीवाने हो रहे हैं. यहां की नाका वैरायटी और पत्थर नाग वैरायटी नाशपाती की डिमांड प्रदेश में बढ़ गई है. पचमढ़ी के पोलो उद्यान में करीब 1400 नाशपाती पौधों का प्लांटेशन किया गया था, जो अब बड़े पेड़ होकर फलदार हो चुके हैं. इसकी मांग प्रदेश भर में बढ़ गई है. इसकी कीमत 150 से लेकर 200 तक है. बता दें कि नाशपाती शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद है. यह फाइबर, विटामिन, पोटेशियम से भरपूर होता है.
मंडियों में बढ़ी पचमढ़ी नाशपाती की डिमांड
पचमढ़ी पोलो उद्यान के सहायक संचालक रामशंकर शर्मा ने बताया कि "ठंडे वातावरण के कारण प्रदेश में 2 जगहों पर, पचमढ़ी और अमरकंटक में नाशपाती की पैदावार हो रही है. पचमढ़ी में 3 किस्म के नाशपाती का प्लांटेशन किया गया है. जिसमें नाका प्रजाति और पत्थर नाग नाशपाती की डिमांड बड़ी है.'' उन्होंने कहा कि, ''पोलो उद्यान से नाशपाती को व्यापारियों को नीलाम कर दिया जाता है. जिन्हें स्थानीय बाजार सहित नागपुर, पिपरिया, बरेली, नरसिंहपुर और भोपाल मंडियों में सप्लाई किया जा रहा है. भोपाल मंडी में विशेष कर इसे भेजा जा रहा है."
ठंडी इलाके के कारण होती है अच्छी पैदावार
पचमढ़ी के नाशपाती की खासियत को लेकर रामशंकर शर्मा ने बताया कि, ''नाशपाती की पैदावार सभी जगहों पर अच्छी नहीं होती है. पचमढ़ी ठंडा इलाका है जिससे यहां नाशपाती की अच्छी पैदावार होती है. इसके साथ ही अमरकंटक में भी नाशपाती की खेती होती है. प्रदेश में पचमढ़ी और अमरकंटक इन 2 जगहों पर ही विशेष कर नाशपाती की खेती होती है. '' उन्होंने कहा कि "पचमढ़ी पोलो उद्यान में नाशपाती का पौधारोपण किया गया था, जो अब अच्छी उपज दे रही है और इसकी कीमत भी अच्छी मिल रही है."