जयपुर. लंबे समय बाद जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट कमेटी की बैठक हुई. इस दौरान कमेटी ने ट्रांसप्लांट के 11 मामलों पर चर्चा की. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव बगरहट्टा ने बताया कि बैठक के दौरान ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़े मरीज भी अस्पताल में मौजूद रहे और 10 मरीजों को एनओसी जारी करने पर निर्णय लिया गया. इस दौरान एक मरीज अनुपस्थित रहा.
हाल ही में राजस्थान में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर फर्जी एनओसी जारी करने का मामला भी सामने आया है. मामले को लेकर एसीबी जांच कर रही है. एसीबी ने अपनी कार्रवाई में सवाई मानसिंह अस्पताल में कार्यरत एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया है, जो फर्जी एनओसी जारी करने का काम करता था. ऐसे में हर दिन एसीबी मामले को लेकर कई बड़े खुलासे कर रही है.
एक साल बाद हुई बैठक : दरअसल, ऑर्गन ट्रासप्लांट की बैठक करीब एक साल बाद हुई है. इसको लेकर चिकित्सा विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने भी कहा था कि बीते एक साल से अंग प्रत्यारोपण कमेटी की बैठक आखिर क्यों नहीं हुई, यह एक बड़ा सवाल है. ऐसे में सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इस सवाल का जवाब देना होगा कि आखिर उन्होंने ट्रासप्लांट कमेटी की बैठक आयोजित क्यों नहीं की? एसीएस शुभ्रा सिंह ने कहा कि जांच कमेटी के लिए यह मुद्दा काफी महत्वपूर्ण भी है, क्योंकि लंबे समय से फर्जी तरीके से एनओसी जारी की जा रही थी और कमेटी आंख बंद कर के बैठी रही.
5 सदस्यीय कमेटी गठित : मानव अंग प्रत्यारोपण की फर्जी एनओसी मामले और निजी अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण प्रकरण के संबंध में जांच के लिए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है. यह समिति 15 दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी. शुभ्रा सिंह ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा आयुक्त की अध्यक्षता में गठित इस उच्च स्तरीय कमेटी में रजिस्ट्रार राजस्थान मेडिकल काउंसिल, मानव अंग एवं उत्तक प्रत्यारोपण के प्राधिकृत अधिकारी, वरिष्ठ विधि परामर्शी और शासन उप सचिव चिकित्सा शिक्षा को सदस्य एवं नोडल अधिकारी-एनओटीपी को सदस्य सचिव के रूप में शामिल किया गया है. यह समिति अंग प्रत्यारोण की फर्जी एनओसी प्रकरण, निर्धारित प्रावधानों के तहत मानव अंग प्रत्यारोपण के लिए पंजीकृत सभी निजी अस्पतालों के संबंध में निदेशक जनस्वास्थ्य की ओर से गठित निरीक्षण दलों के माध्यम से प्राप्त सत्यापित रिकॉर्ड की विस्तृत जांच करेगी.