जैसलमेर: जिले के बईया गांव में ओरण की गोचर भूमि पर निजी कंपनी द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. इस मामले में बुधवार को शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने धरना दिया था. वहीं, गुरुवार को विधायक भाटी निजी कंपनी की सौर उर्जा साइट पर पहुंचे और पेड़ों को हुए नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि ओरण भूमि के नुकसान की कीमत पर काम नहीं होने देंगे.
बता दें कि पुलिस ने बुधवार को कुछ ग्रामीणों को शांति भंग में गिरफ्तार किया था. इसके बाद शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई पर भड़क गए. उन्होंने बीती रात थाने के सामने धरना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों को रिहा किया. इस बीच गुरुवार को दूसरे दिन भी शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नेगरडा गांव में निजी कंपनी की सौर ऊर्जा की साइट्स पहुंचे. उन्होंने वन संपदा को हुए नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान विधायक भाटी ने कंपनी के अधिकारियों के साथ वार्ता की. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे. इस दौरान विधायक ने कहा कि जब तक ओरण की जमीन का फाइनल नहीं हो जाता है, तब तक काम नहीं होगा. भाटी ने कहा कि यदि आप को जबरदस्ती करना है तो पहले हमें जेल भेजो, इसके बाद ही आप कर पाओगे.
गोचर भूमि पर हो रहा अतिक्रमण: उन्होंने कहा कि डेवलपमेंट वर्क का स्वागत करते हैं, लेकिन इस क्षेत्र का ध्यान रखना सरकार का काम है. उन्होंने कहा कि सोलर और विंड के नाम पर अवैध तरीके से ओरण गोचर भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है. उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. इन सभी कंपनियों को पूरी प्लानिंग और मैनेजमेंट के साथ काम करना होगा. इस इलाके की वनस्पति पेड़ पौधे और पशु पक्षियों का भी ख्याल करना होगा. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सरकार इसको लेकर समय रहते संवेदनशील होकर कदम उठाएगी, नहीं तो हम इसको लेकर निश्चित रूप से मजबूती से लड़ेंगे.