जयपुर: बिजली निगमों में निजीकरण के विरोध में बिजली निगमों के कर्मचारियों ने अब प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. निजीकरण के विरोध में प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शुक्रवार को डिस्कॉम कर्मचारियों ने जयपुर में भी कार्य बहिष्कार किया और धरना-प्रदर्शन किया. जयपुर वृत्त कार्यालय (पुराना पावर हाउस) में इकठ्ठा हुए कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और सांकेतिक धरना दिया. इसके बाद पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
भारतीय मजदूर संघ के कार्यालय मंत्री अजय सक्सेना ने बताया कि बिजली निगमों में निजीकरण के विरोध में प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत आज कई कर्मचारी संघ एक साथ आए और सरकार को चेताया. निजीकरण के विरोध के साथ ही सीपीएफ कटौती बंद कर जीपीएफ कटौती चालू करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई.
राजस्थान विद्युत प्रसारण मजदूर कांग्रेस, इंटक के प्रदेश महामंत्री अभय सिंह राव ने बताया कि लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे बिजली निगमों के कर्मचारियों ने आज एक साझा फ्रंट बनाया है. ओपीएस की मांग अभी भी पूरी नहीं हुई है. जबकि सरकार ने अन्य महकमों में इसे लागू कर दिया है. उनका कहना है कि निजीकरण बिजली निगमों के लिए घातक है. इसके विरोध में सभी कर्मचारी आज सरकार के खिलाफ लामबंद हुए है. उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की भी चेतावनी दी है.