भरतपुर: ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत डीग जिले की पुलिस, डीएसटी और रेंज स्पेशल टीम ने लगातार कार्रवाई कर अलग-अलग क्षेत्रों से 17 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही दो विधि से संघर्षरत बालकों को निरुद्ध किया गया है. कार्रवाई के दौरान पुलिस और ठगों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें एक ठग के पैर में गोली लगी है. साइबर अपराधियों के कब्जे से पुलिस ने मोबाइल व ठगी में इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सामग्री और नकदी बरामद की है.
आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि डीग जिले के मेवात क्षेत्र में कामां, जुरहरा, सीकरी, गोपालगढ़, खोह, डीएसटी और रेंज स्पेशल टीमों ने दो दिन तक साइबर अपराधियों के खिलाफ दबिश की कार्रवाई की. इस दौरान कुल 19 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया. जिनमें कामां से 6, खोह से 3, जुरहरा से 2, गोपालगढ़ से 1, गढ़ी मेवात से 1 और सीकरी थाना क्षेत्र से 4 ठगों को गिरफ्तार किया. जबकि दो विधि से संघर्षरत बालकों को निरुद्ध किया गया है.
एक ठग के पैर में लगी गोली: आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि सूचना पर कामां पुलिस बोलखेड़ा के जंगलों में पहुंची, तो वहां मौजूद ठगों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की ओर से बचाव में जवाबी फायरिंग की गई जिसमें बोलखेडा निवासी साकिर मोहम्मद उर्फ साकिर (19) के दाहिने पैर में गोली लगी. आरोपी के कब्जे से एक अवैध कट्टा व जिंदा कारतूस बरामद किया. वहीं अन्य सभी आरोपियों से पुलिस ने 27 मोबाइल, 40 फर्जी सिम, 13 एटीएम कार्ड, एक स्वैप मशीन, दो चेकबुक, एक बाइक और डेढ़ लाख रुपए कैश बरामद किया है.
साइबर क्राइम के गांव चिह्नित: आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि मेवात के साइबर अपराध में लिप्त गांवों की सूची तैयार की गई है. इनमें अधिक साइबर अपराध वाले ए श्रेणी के और कम साइबर अपराध वाले गांव बी श्रेणी में रखकर लगातार दबिश की कार्रवाई की जा रही है. आईजी प्रकाश ने बताया कि आगे भी साइबर अपराध के खिलाफ इसी तरह कार्रवाई जारी रहेगी. आईजी ने बताया कि मेवात क्षेत्र में साइबर अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस अधिकारी जी जान से मेहनत कर रहे हैं. साइबर अपराधियों के खिलाफ अच्छा काम करने वाले अधिकारियों की विशेष पदोन्नति के लिए डीजी को लिखकर भेजेंगे. ऐसे मेहनती अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष पदोन्नति का लाभ मिलेगा.
ऐसे करते थे ठगी: आईजी राहुल ने बताया कि पकड़े गए साइबर अपराधी ऑनलाइन सस्ता समान बेचकर, महिलाओं को प्रेग्नेंट करने का विज्ञापन देकर, अश्लील विडियो बनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. ठगी की रकम को फर्जी कागजात से ओपन किए गए बैंक खातों में डलवाकर फर्जी एटीएम से निकाल लिया जाता. आईजी ने बताया कि महिला को गर्भवती करने का विज्ञापन जिस मोबाइल से जारी किया गया, उसे डीग जिले के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र का एक 13 साल का नाबालिग बच्चा हैंडल कर रहा था. पहले तो ये ठग सिर्फ रजिस्ट्रेशन या कार्ड चार्ज के नाम पर 550 रुपए अपने खाते में डलवाते. उसके बाद जीएसटी व अन्य के बहाने से एक व्यक्ति से 5-6 हजार रुपए तक ठग लेते.