किशनगंज: ऑनलाइन गेम खेलना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका एक और उदाहरण बिहार के किशनगंज से सामने आया है. युवक ऑनलाइन गेम में अपनी मां के लोन का सारा पैसा हार गया. चार महीने से लापता युवक ने एक पत्र लिखा है. उसने अपने पत्र में लिखा है प्रधानमंत्री जी आत्महत्या का ख्याल आ रहा है. साथ ही युवक ने पीएम मोदी से ऑनलाइन गेम बंद करने की मांग भी पत्र के जरिए की है.
ऑनलाइन गेम ने बर्बाद की जिंदगी: मामला ठाकुरगंज नगर के आश्रम पाड़ा का है, जहां से विक्की चौधरी 4 महीने से लापता है. विक्की को ऑनलाइन गेम खेलने की आदत ने कही का नहीं छोड़ा. उसने अपनी मां के लोन के पैसे ऑनलाइन गेम में गंवा दिए. चार महीने से लापता विक्की की मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है. मां अपने बेटे से घर वापसी के लिए गुहार लगा रही है.
मां के लोन का पैसा हार गया विक्की: विक्की चौधरी ने एक मार्मिक पत्र लिखा है. उसने कहा कि मन में गलत विचार आ रहे हैं. विक्की ने ई-मेल के जरिए प्रधानमंत्री और मीडिया को पत्र भेजकर ऑनलाइन गेम बंद कराने की मांग की है. मेल के जरिए भेजे पत्र में विक्की चौधरी ने बताया है कि ऑनलाइन गेम में वह मां के लोन के रुपए भी हार गया.
पीएम मोदी को विक्की का ईमेल: विक्की ने अपने पत्र में कहा कि कि मैंने अपनी जन्म देनी वाली मां से भी धोखा किया है. उसे अब इस समस्या से निजात का कोई उपाय नहीं सूझ ने रहा है और मन में खुदकुशी का ख्याल आ रहा है. ऑनलाइन गेम की आदत मे जीवन बर्बाद कर दिया है. युवक ने पत्र में कहा है कि वो चार महीने से घर से फरार है. उसने कहा कि मेरे पास मरने के सिवा कोई और रास्ता नहीं है. मैं घर से भागा हुआ हूं और काफी डरा हुआ हूं.
ऑनलाइन गेम में हारा दो लाख: विक्की ने आगे लिखा है कि मैंने मां को धोखा दिया है. मेरी मां खून के आंसू रो रही है. मेरी मां ने समूह लोन इसलिए लिया था कि मैं कुछ काम करूंगा. लेकिन, मैं ऑनलाइन गेमिंग में दो लाख रुपये हार गया. उसने मेल में लिखा कि मैंने पीएम मोदी को ट्वीट किया था, कोई जवाब नहीं आया.
मां की अपील: दूसरी ओर, रुपए हारने के बाद घर से लापता हुए बेटे की राह देखते-देखते मां की आंखें पथरा गई है. वह बताती हैं कि उन्हें कुछ पता नहीं है कि उनका बेटा कहां है. विक्की की मां और दीदी ने विक्की से कहा है कि वह घर आ जाए. हमलोगों ने लोन के रुपए चुका दिए हैं.
चार महीने से लापता है विक्की: विक्की की मां मीरा चौधरी का कहना है कि उसका बेटा शुरू से ही पढ़ने में तेज था. बड़ा बेटा सिलीगुड़ी में प्राइवेट जॉब करता है. विक्की मिलनसार है और हमेशा कुछ बड़ा करने की चाह रखता था. पढ़ने के साथ उसने घर से कुछ दूरी पर ऑनलाइन कार्य करने की दुकान खोली थी. उसमें सफलता नहीं मिलने पर आधुनिक तरीके से चाय-नाश्ता की दुकान भी खोली, लेकिन उसमें भी वह सफल नहीं हो पाया.
"धीरे-धीरे ऑनलाइन गेम के चक्कर में लगभग पांच लाख रुपए डूबो दिए. इसके बाद विगत जून माह में पुणे में कार्य करने की बात कहकर घर से निकला था, जिसके बाद से उससे हमलोगों का कोई संपर्क नही हो पाया है. विक्की तुम जहां भी हो घर आ जाओ, हम तुम्हारे बिना नहीं रह सकते हैं."- मीरा चौधरी, विक्की की मां
'घर लौट आओ बेटा..': विक्की की मां व दीदी प्रिया चौधरी रोते-रोते कहती हैं कि उसका असल नाम कमल कुमार चौधरी है. घर में हमलोग उसे प्यार से विक्की बुलाते थे. दोनों ने विक्की से अपील की है कि उसका इंतजार घर वाले कर रहे हैं. मां ने विक्की से अपील करते हुए कहा कि वह पहले की तरह ही हमारी आंखों का तारा है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेम पर पाबंदी के लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए, ताकि हम लोगों की तरह कोई भी परिवार ऐसी स्थिति से ना गुजरे.
"कोई गलत कदम मत उठाना. मां के लोन के सारे रुपये हमलोगों ने चुका दिए हैं. घर वापस आ जाओ."- प्रिया चौधरी, विक्की की बहन
"लापता युवक के परिजनों ने गुरुवार को ही पुलिस को सूचना दी है कि उनका बेटा चार महीना से लापता है. पुलिस मामले के अनुसंधान और तहकीकात में जुटी है. परिजनों ने गुरुवार को एक लिखित आवेदन भी दिया है जिसके बाद पुलिस युवक की तलाश में जुटी है."- मंगलेश कुमार,किशनगंज एसडीपीओ -2
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