मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : एमसीबी जिले में ई सिम के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड का मामला सामने आया था.जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रांची से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.ये सभी आरोपी APK फाइल के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे.
कौन हैं आरोपी ?: एमसीबी पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया उनमे मिथलेश दास, सत्यानंद दास, रिनाल दास, संतोष दास और कुंदन दास शामिल हैं. ये सभी झारखंड के देवघर जिले के निवासी हैं. पुलिस ने इनके पास से दो आईफोन, छह एंड्रॉयड मोबाइल, तेरह डेबिट कार्ड, पच्चीस सिम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है. ये सभी ई सिम ऑनलाइन फ्रॉड में माहिर हैं.
क्या था मामला ?: ठग गिरोह ने मनेन्द्रगढ़ के मौहारपारा इलाके के वसीम नामक युवक को निशाना बनाया था. आरोपियों ने ई-सिम के जरिए करीब दो लाख रुपए का ऑनलाइन फ्रॉड किया था. पुलिस ने मामले की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 12 दिनों की मेहनत के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इन्होंने छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में भी अपराध किया है. इन अपराधियों के पास से करीब दो लाख पचासी हजार रुपये मूल्य का सामान भी जब्त किया गया है.
ये सफलता पुलिस टीम की कड़ी मेहनत का नतीजा है. गिरोह का तरीका बेहद संगठित था. लेकिन पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच ने उन्हें कानून के शिकंजे में ला दिया- चंद्रमोहन सिंह, एसपी
पुलिस की जनता से अपील : एसपी ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें. आपको बता दें कि पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए गाइडलाइन भी जारी की है.साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीकों से आम जनता से धोखाधड़ी करने की कोशिश करते हैं. कभी अनजान नंबर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सीबीआई या ईडी का अधिकारी बताकर ठगी करते हैं.तो कभी आपको ये भरोसा दिलाते हैं कि आपके फोन नंबर से अपराध हुआ है. ऐसे कॉल से सावधान रहे. अब ठगों ने स्टॉक मार्केट का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाना शुरु किया है. पुलिस ने इस प्रकार के ठगी को रोकने के लिये थानों में आम जनता की रिपोर्ट और फोन नंबरों को गोपनीय रखा है.
- किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामानों को खरीदते समय नकद (कैश, ऑन डिलीवरी) में लेन-देन करें.
- अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाइल पर सेव नही है, उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी,बैंकिग जानकारी,ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करें.
- अनजान वेबसाइट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचे.
- कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दोगुना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे खुद को ठगों के पास न पहुंचाएं.
- स्वयं की पहचान छिपाकर सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाइव चैट) करने से बचें.
- परीक्षा में अधिक अंकों से पास करा देने का झांसा देने वाले व्यक्तियों और खासकर 92 नम्बरों से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं.
- साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें.
- हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
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