लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पिंक टॉयलेट और पिंक बूथ बनाए गए हैं. उनकी स्थिति इस समय सही नहीं है. इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने प्रदेश के सभी जिलों में बने पिंक टॉयलेट और पिंक बूथ को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया है. साथ ही कहा है कि इन जगहों पर सिर्फ महिलाओं की तैनाती होगी. ताकि, किसी अन्य महिला को यहां जाने में आपत्ति न हो. पिंक टॉयलेट में सेनेटरी नैपकिन की मशीन लगी होनी चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर महिलाएं इस्तेमाल कर सकें, अभी यहां की स्थिति ठीक नहीं है, जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
यह बातें उत्तर प्रदेश के राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने शुक्रवार को आयोजित मासिक बैठक के दौरान कहीं. इस मौके पर उपाध्यक्ष अपर्णा यादव और चारु चौधरी मौजूद रही.
महिलाओं के लिए विभिन्न सुविधाएं : जागरूकता कार्यक्रम के पहले सत्र में महिला कल्याण विभाग के उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी पुनीत कुमार मिश्र ने महिला कल्याण विभाग की ओर से वर्तमान में संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई. इसमें पति की मृत्यु बाद निराश्रित महिला पेंशन, 181-महिला हेल्पलाइन, वन स्टाप सेन्टर, महिला शक्ति केन्द्र, रानी लक्ष्मीगाई बाल एवं महिला सम्मान कोष, निराश्रित महिलाओं के लिए आश्रय सुविधा, राजकीय महिला शरणालय एवं महिला संरक्षण गृह (राज्य सरकार द्वारा संचालित), शक्ति शंदन योजना, सखी निवास योजना, कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई महिलाओं को आर्थिक सामाजिक सुरक्षा, संरक्षण व उन्नयन प्रदान किए जाने के लिए मुख्यमंत्री नारी सम्मान योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ, बाल संरक्षण सेवाएं, उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मिशन वात्सल्य, उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन आदि योजनाओं के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी दी गई.
अध्यक्ष ने महिला कल्याण की ओर से मौजूद अधिकारियों को इस योजनाओं के संबंध में सभी जिलाधिकारी व निदेशक को सूचना पत्र भेजकर योजनाओं के प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिया. जिससे प्रदेश की सभी महिलाओं को महिला कल्याण विभाग की योजनाओं का अधिकतम लाभ मिल सकें.
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में उप्र राज्य महिला आयोग के पदाधिकारियों की मासिक बैठक का आयोजन किया गया. अध्यक्ष ने मासिक बैठक में विगत महीने में प्रदेश के विभिन्न जिलों में महिला जनसुनवाई, वन स्टाप रोस्टर, महिला चिकित्सालय, महिला बंदीगृह, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय आदि के निरीक्षण की समीक्षा की. इसके बाद संबंधित विभाग को पत्र भेजे जाने का निर्देश दिया. बैठक में आयोग द्वारा आगामी माह में किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया गया.
सदस्य सचिव सुधा वर्मा ने बैठक में आए सभी का धन्यवाद किया. कार्यक्रम में उप्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, चारू चौधरी मौजूद रहीं. वहीं, सदस्यों में हिमानी अग्रवाल, सुनीता श्रीवास्तव, अंजू प्रजापति, पूनम द्विवेदी, अनीता गुप्ता, अनुपमा सिंह लोधी, श्रीमती सुजीता कुमारी, मीना कुमारी, नीलम प्रभात, गीता बिंदु, गीता विश्वकर्मा, पुष्पा पाण्डेय, डॉ. प्रियंका मौर्य, मीनाक्षी भराला, अन्तु शाही, सुनीता रौनी, एकता सिंह, अर्चना पटेल, प्रतिभा कुशयाड़, रेनू गौड, मनीषा अहलावत, अपनी सिंह, सपना कश्यप, संगीता जैन, पुनीत कुमार मिश्र उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी, महिला कल्याण विभाग, गीता पाण्डेय विधि अधिकारी उप्र राज्य महिला आयोग, सहित अन्य पदाधिकारी व अधिकारी मौजूद रहीं.
यह भी पढ़े : यूपी में कोहरे का असर; फरवरी तक 2 ट्रेनें निरस्त, लखनऊ-आगरा इंटरसिटी शनिवार-रविवार नहीं चलेगी