जयपुर: विश्व बाल दिवस के मौके पर बुधवार को यूनिसेफ और डिजिटल बाल मेले की ओर से अल्बर्ट हॉल में पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों ने बाल अधिकार, बाल मजदूरी, जैव विविधता, ग्लोबल वार्मिंग, रोजगार के अवसर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विषयों पर कूची चलाई और अपनी भावनाओं को रंगों की मदद से कागज पर उकेरा. इन विद्यार्थियों के चित्रों की अल्बर्ट हॉल में प्रदर्शनी लगाई गई. इसका उद्घाटन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने किया. उन्होंने बच्चों से संवाद किया और सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी दी.
इस मौके पर यूनिसेफ राजस्थान के प्रभारी रूषभ हेमानी ने भी बच्चों का हौसला बढ़ाया. द फ्यूचर सोसायटी के अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने अतिथियों का आभार जताया. मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि बाल कलाकारों ने पर्यावरण, पौधरोपण, बच्चों के कर्तव्य और अधिकारों, देश की तरक्की में बच्चों के योगदान जैसे विषयों को सहजता से अभिव्यक्त किया है. बच्चों के बीच आकर बच्चा बन जाना, इनके भावों को मन में सहेजना. यह अपने आप में अनूठा अनुभव है.
मंत्री ने किया बच्चों से संवाद: उन्होंने बच्चों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बच्चों से संवाद किया. छोटे बच्चे जिस तरह से विभिन्न विषयों पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त कर रहे हैं. यह समाज के लिए भी सकारात्मक संदेश है.
पीएम-सीएम ने समझी जलवायु परिवर्तन की चुनौती: उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन का हम सब पर बड़ा असर पड़ा है. आज देश-दुनिया में इसे लेकर चर्चा हो रही है. बच्चों ने इस विषय पर भी अपने भाव अभिव्यक्त किए हैं. आज हर साल तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है. हमने इस बार गर्मियों में इसे महसूस किया है. जो पहले कभी नहीं देखा गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बार 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान शुरू किया है. उसे आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मानसून सत्र में पांच करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया. इस अभियान के तहत प्रदेशभर में सात करोड़ पौधे लगाए गए. पांच साल में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया है.
हर साल किए जाते हैं बच्चों के लिए कार्यक्रम: बता दें कि विश्व बाल दिवस हर साल 20 नवंबर को मनाया जाता है. डिजिटल बाल मेला की ओर से विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों के लिए हर साल अनूठे आयोजन किए जाते हैं. साल 2021 में पहली बाल विधानसभा का आयोजन किया गया, जबकि 2022 में पिंकसिटी प्रेस क्लब में बच्चों के लिए बाल मेला लगाया गया. इसके बाद 2023 में विश्व बाल दिवस पर एक हजार से भी ज्यादा ब्लू स्ट्रीट कार्यक्रम आयोजित किए गए.