जयपुर. अयोध्या के साथ ही प्रदेश में भी भगवान श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का जश्न मनाया जा रहा है. इस उत्सव में राज्यपाल कलराज मिश्र, सीएम भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री, मंत्रियों और विधायकों ने अलग-अलग मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने न्यू सांगानेर रोड स्थित राम जानकी मंदिर, देहलावास बालाजी मंदिर, प्रेम मंदिर के दर्शन किए. सीएम ने प्रेम मंदिर में ही प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा, इस दौरान भजनलाल शर्मा भावुक दिखाई दिए, उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा के बाद दंडवत प्रणाम किया. डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने सिटी पैलेस में पूजा की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने गृह जिले चित्तौड़गढ़ के बस्सी स्थित लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
राजभवन में हुआ विशेष कार्यक्रम : श्री राम जन्म भूमि में आयोजित श्री रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का राजभवन में अयोध्या से विशेष प्रसारण हुआ. राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरे देश के लिए हर्षोल्लास का, आनंद का और राममय होने का गौरवपूर्ण अवसर है. उन्होंने रामलला के मंदिर में विधिवत विराजने की सभी को बधाई देते हुए भगवान श्री राम से देशवासियों की खुशहाली और सदा मंगल की कामना की. इस अवसर पर उपस्थित उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने भी बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी. अयोध्या मंदिर निर्माण और मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा प्रसिद्ध पार्श्व गायक अभिजीत घोषाल का "राम भजन प्रवाह" कार्यक्रम भी आयोजित हुआ. अभिजीत ने राम की महिमा और उनके जीवन आलोक से जुड़ी मनभावन भजन प्रस्तुतियां दी.
सीएम ने किया दंडवत प्रणाम : अयोध्या में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रेम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा, इस दौरान भजनलाल शर्मा भावुक दिखाई दिए, उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा के बाद दंडवत प्रणाम किया. सीएम ने कहा कि "आज लाखों-करोड़ों लोगों का सपना पूरा हुआ है. मुझे दो बार कार सेवा में जाने का मौका मिला, जब मैं विद्यार्थी परिषद में था, उस समय शिला पूजन कार्यक्रम होते थे. 1989-90 में कार सेवा में जाने का मुझे मौका मिला, वहीं 1990 में जो कार सेवा हुई, उसमें भी मुझे जाने का मौका मिला. मैं दूसरी कार सेवा में गया तो वहां हमें रोका गया, मुझे जेल में भी रखा गया, यह टेंपरेरी जेल होती थी, उसमें दो-तीन दिन रखते थे और फिर छोड़ देते थे, फिर हम आगे बढ़ते थे. उन्होंने कहा हमारी संस्कृति को मिटाने का प्रयास किया, लेकिन यह भारत की संस्कृति है, जो किसी के मिटाने से मिटने वाली नहीं है. जिन्होंने इसे मिटाने का प्रयास किया, वो समाप्त होते चले गए. आज हमारे 4 लाख पूर्वजों को जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी, 500 सालों के इंतजार के बाद आज वो दिन आ गया जिसका देश व्यक्ति ने सपना देखा था". सीएम ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है, 22 जनवरी 2024 का दिन इतिहास में दर्ज हो गया है, क्योंकि टेंट से निकलकर राम, राजमहल जैसे मंदिर में विराजमान हुए हैं.
सालासर बालाजी मंदिर पहुंचे सीएम : सीएम भजनलाल शर्मा शाम पांच बजे सिद्धपीठ सालासर बालाजी मंदिर भी पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्होंने बालाजी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली के लिए कामना की. इस दौरान सीएम ने 51 फीट की ध्वजा की पूजा की, जिसको मंदिर के गुम्बद पर चढ़ाया गया. पूजा के बाद मंदिर परिसर में मोहनदास महाराज के धूणे के पास 11 हजार दीपकों से महाआरती हुई और दीपक जलाए गए. सीएम के साथ राजेन्द्र राठौड़, पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल सहित कई भाजपा नेता मौजूद रहे.
ढेहर के बालाजी मंदिर पहुंची दीया कुमारी : डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने पहले सिटी पैलेस में पूजा-अर्चना की. दीया कुमारी ने कहा कि "18वीं सदी में निर्माण किए गए मंदिर में स्थापित सीताराम मूर्ति मेरे पूर्वज महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय अयोध्या से लाए थे". दीया कुमारी ने मंदिर पहुंचकर प्रभु श्री राम व माता सीता की पूजा-अर्चना कर सम्पूर्ण प्रदेश के कल्याण के लिए कामना की, इसके बाद दीया कुमारी विद्याधर नगर के प्रसिद्ध ढेहर के बालाजी मंदिर पहुंची और अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखा.
बीजेपी कार्यालय में श्रीराम के जीवन पर प्रदर्शनी : राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में हर्षोल्लास का माहौल है. पूरा देश राममय है. देश में हर जगह सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों का दौर चल रहा है. इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश भाजपा कार्यालय को भी भव्य और आकर्षक रूप से सजाया गया. भगवन श्री राम के पोस्टर और झंडों से प्रदेश कार्यालय अटा पड़ा है. पूरा बीजेपी कार्यालय राममय हो गया है. कार्यालय को रंगीन लाइटों के केसरिया पताकाओं से सजाया गया है. इस मौके पर भाजपा सांस्कृतिक एवं पर्यटन प्रकोष्ठ के सहयोग से प्रभु श्रीराम के जीवन पर चित्र प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें बाल रूप से लेकर वनवास और राज्याभिषेक तक खूबसूरत चित्रण किया गया, वहीं प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना की.
राममय हुआ पूरा प्रदेश : बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा कार्यालय ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश आय राममय हो चुका है. वर्षों पहले जो सपना देखा था, आज वो पूरा हुआ है. बीजेपी कार्यालय में राम के जीवन के चित्रण को दर्शाते हुए प्रदर्शनी लगी है. जहां भी निकलो प्रभु श्रीराम का माहौल दिखाई दे रहा है. चतुर्वेदी ने कहा कि इस मौके पर बस इतना कह सकता हूं कि उस संस्कृति की प्रतिष्ठा सम्पूर्ण विश्व में स्थापित होने का काम इसके बाद होगा. सामाजिक समरसता का संदेश जो राम ने दिया, उसकी पुनर्स्थापना इसके माध्यम से होगी. प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि 500 वर्षों के बाद यह क्षण देखने को मिला है, जिसके लिए आंखें तरस रही थीं. भारत ने संघर्ष भी देखा है. प्रभु श्री राम का वियोग भी देखा है. संपूर्ण भारत उसका साक्षी रहा है. आज इस महोत्सव का आनंद संपूर्ण देश ले रहा है.
पेंटिंग्स के जरिए संदेश : भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के ललित चतुर्वेदी ने बताया कि 22 बच्चों ने 50 से ज्यादा भगवान श्री राम के बाल रूप से लेकर के युवा अवस्था, उनके वन गमन से लेकर, वापस आने तक के जीवन पर चित्र प्रदर्शनी लगाई है. जिस तरह से मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उन्होंने पूरे दुनिया को एक संदेश दिया, उस संदेश को यहां पर पेंटिंग्स के जरिए बच्चों ने प्रदर्शित किया है. आज हर भारतीय का सपना पूरा हो रहा है. भाजपा नेता श्रवण शर्मा ने कहा कि आज वह दिन है, जिस दिन प्रभु श्री राम अपने घर में विराजमान हो रहे हैं. 500 वर्षों के बाद में और लाखों लाखों हिंदू सनातनियों की कुर्बानियों का प्रतिफल सबको मिला है. पूरा देश भगवामय हो गया है.
भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की शालिनी शर्मा ने कहा कि आज ऐतिहासिक काम हुआ है. आज उसी स्थान, उसी जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण इतना भव्य मंदिर बना है. हमारे श्री रामलला वहां पर विराजमान हुए हैं. बीजेपी नेता मनीष पारीक और प्रदेश कार्यालय प्रभारी महेश शर्मा ने कहा कि हर जगह ऐसा लग रहा है कि रोम-रोम में राम, कण-कण में राम हैं. 500 साल के संघर्ष के बाद सनातन की विजय हुई है. गुलाबी नगर को पूरा दुल्हन के जैसा सजाया गया है.