अंता (बारां). राजस्थान में सरकार बदलते ही बीते साल दिसंबर महीने में जिले के मेलखेड़ी इलाके के राजपुरा स्कूल में डमी शिक्षक लगाने का मामला सामने आया था. इस पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. शिक्षा विभाग ने दोनों को निलंबित कर दिया था. वर्तमान में दोनों शिक्षक फरार चल रहे हैं. इस बीच शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि पूरी राशि दंपती शिक्षक से वसूल की जाएगी.
बारां के दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों को लेकर कहा कि यह शिक्षक दंपती 20 सालों से स्कूल नहीं जा रहे थे. स्टेपनी शिक्षकों के जरिए स्कूलों में पढ़ाई करवा रहे थे. ऐसे में इन शिक्षकों से 20 साल का वेतन ब्याज सहित शिक्षा विभाग वसूल करेगा. मदन दिलावर ने कहा कि इन 20 सालों में शिक्षक दंपती मंजू गर्ग और विष्णु गर्ग ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. ऐसे में इस खिलवाड़ की भी धन के रूप में गणना की जाएगी और यह राशि भी दंपती से वसूली जाएगी. मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षक दंपती ने अवैध रूप से जो भी संपत्ति बनाई है, उसे भी बुलडोजर चला कर गिराया जाएगा.
वहीं, शिक्षक की ओर से बालिका के साथ छेड़छाड़ के मामले को लेकर कहा कि छेड़छाड़ या अन्य घटनाएं सामने आएंगी तो अपराधियों की अवैध संपत्ति पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा. मदन दिलावर बीजेपी के "आओ गांव चलो अभियान" के तहत अंता के बालाखेड़ा गांव में रात्रि प्रवास किया था. दिलावर ने अपने प्रवास के दौरान सरकार की योजना के लाभार्थियों से बातचीत की. साथ ही गांव के देवस्थानों के दर्शन किए. इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक कंवरलाल मीणा और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
2 महिलाओं सहित 3 डमी शिक्षक गिरफ्तार : बारां पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि राजपुरा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में डमी शिक्षकों के पढ़ाने का मामला सामने आने पर सदर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया था, अनुसंधान के दौरान पुलिस की टीम ने आरोपी शिक्षक विष्णु गर्ग व मंजू गर्ग के स्थान पर पढ़ाने वाले तीन डमी शिक्षकों को गिरफ्तार किया है. आरोपी शिक्षक विष्णु गर्ग और मंजू गर्ग ने अपने स्थान पर पढ़ाने के लिए फर्जी शिक्षक लगा रखे थे, जिनमें से एक डमी शिक्षक विष्णु भारद्वाज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.