नई दिल्ली: राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज पहली रामनवमी हुई. भगवान श्रीराम का सूर्य की किरणों से सूर्याभिषेक हुआ. इस मौके पर रोहिणी सेक्टर 25 स्थित इस्कॉन मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. राम जन्मोत्सव के मौके पर पूरे धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ इस भव्य मंदिर का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर मंदिर प्रांगण की विशेष रूप से सजावट भी की गई.
देशभर में रामनवमी के मौके पर लोगों ने राम जन्मोत्सव का जश्न मनाया. वहीं दूसरी ओर इस खास मौके पर रोहिणी के सेक्टर 25 स्थित विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल में से एक इस्कॉन इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस के भव्य मंदिर का उद्घाटन किया गया. पूरे धार्मिक विधि विधान के साथ मंदिर प्रांगण में समस्त मंत्रोच्चारण के साथ सभी देवी देवताओं के नाम की यज्ञ में आहूति दी गई. इस मौके पर इस्कॉन मंदिर से जुड़े और अन्य कई धार्मिक संगठन से जुड़े प्रतिष्ठित लोग पहुंचे.
गौरतलब है कि यह मंदिर दिल्ली- एनसीआर में इस्कॉन का 13वां मंदिर होगा. एक एकड़ में फैले इस मंदिर में रेस्टोरेंट, वैदिक शिक्षा संग्रहालय, बैक्विट हॉल और एक बेहद अनोखा मंदिर हॉल शामिल है. मिली जानकारी के अनुसार, इस मंदिर में भगवान के लिए महल के रूप में मंदिर का बाहरी हिस्सा उत्कृष्ट नक्काशी से सजाया गया है, जिसे बंसी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थर पर तैयार किया गया है.
मंदिर की दीवारों पर एक दुर्लभ पारंपरिक विरासत की झलक है. मंदिर में तीन प्रमुख विग्रह बनाया गए हैं. मसलन श्री श्री राधा माधव, श्री श्री पंचतत्व और श्री श्री राम सीता लक्ष्मण हनुमान मंदिर के हॉल की दीवारों और छतों पर भगवान के कई अन्य अवतारों की चित्रावली भी है. ऐसे में अब यह भी कहा जा सकता है कि आज इस भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब यह मंदिर भक्तों के लिए अनोखा दृश्य की अनुभूति भी जरूर कराएगा.