देवघर: नववर्ष 2025 के दूसरे दिन गुरुवार भी देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की. ऐसे श्रद्धालु जो अत्यधिक भीड़ के कारण साल के पहले दिन भोलेनाथ का दर्शन करने से वंचित रह गए थे उन्होंने दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथ का दर्शन-पूजन किया.
देवघर जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2025 के पहले दिन लगभग सवा दो लाख श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए. ऐसे श्रद्धालु जो 1 जनवरी 2025 की रात्रि के 9:00 बजे तक पूजा करने से वंचित रह गए उन्होंने 2 जनवरी को बाबा बैद्यनाथ का दर्शन-पूजन किया.
मंदिर में भक्तों की लंबी कतार
वहीं 2 जनवरी को भी मंदिर में भक्तों की लंबी कतार नजर आई. इस संबंध में बाबा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी बाबा झलक ने बताया कि भीड़ को देखने के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि साल के दूसरे दिन लगभग 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे.
जगह-जगह की गई बैरिकेडिंग
वहीं श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है. मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तरीके से मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है.
वहीं नववर्ष को लेकर मंदिर परिसर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. जगह-जगह पुलिस फोर्स और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. 2 जनवरी की देर शाम तक मंदिर में भीड़ रहने की संभावना है. इसलिए पुलिस बल की तैनाती 2 जनवरी को भी की गई है.
शीघ्र दर्शनम कूपन का रेट घटा
वहीं नववर्ष को लेकर जिला प्रशासन की यह व्यवस्था तीन जनवरी को समाप्त कर दी जाएगी. वहीं 2 जनवरी से श्रद्धालुओं के लिए शीघ्र दर्शनम कूपन का भी रेट 600 रुपये से घटाकर पूर्व की तरह 300 रुपये कर दिए गए हैं.वहीं नववर्ष पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए शहर की यातायात व्यवस्था में भी तब्दीली की गई थी. 1 जनवरी के रात्रि के 10:00 बजे तक बड़े वाहनों की शहर में एंट्री पर भी रोक लगाई गई थी.
आपको बता दें कि 1 जनवरी की अहले सुबह से रात्रि के 9:00 बजे तक पट मंदिर के पट खुले थे. लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण कई श्रद्धालु 1 जनवरी को पूजा करने से वंचित रह गए. गौरतलब है कि नववर्ष के पहले दिन कई लोग पिकनिक स्पॉटों पर जाने के बजाय मंदिर में जाना पसंद करते हैं. लोगों का मानना है कि साल के पहले दिन भोलेनाथ के दर्शन और पूजन से पूरा साल अच्छा जाता है.
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