कुचामनसिटी. डीडवाना के जिला परिवहन कार्यालय में मनमर्जी का खुला खेल चल रहा है. हालात यह है कि जिन अधिकारियों को नियम और कानून की पालना करनी चाहिए, वे ही मनमर्जी से अपने खुद के नियम बनाकर जनता के कामों में अवरोध डाल रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को सामने आया, जहां एक स्कॉर्पियो गाड़ी का रजिस्ट्रेशन किसी तीसरे व्यक्ति की आपत्ति पर रोक दिया गया. इस स्थिति में गाड़ी का खरीदार बार-बार अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है, लेकिन अधिकारी उसे कोई स्पष्ट जवाब नहीं देकर मामले में टालमटोल वाला रवैया अपना रहे हैं.
बता दें कि लादड़िया गांव निवासी गणपत लाल जांगिड़ ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदी थी, जिसका उनके पास एग्रीमेंट भी मौजूद है. यह गाड़ी गुजरात राज्य की थी, जिसकी एनओसी गुजरात परिवहन कार्यालय द्वारा गणपतलाल के नाम से नियमानुसार जारी कर दी गई. इसके बाद उन्होंने डीडवाना परिवहन कार्यालय में गाड़ी का टैक्स का भुगतान कर दिया. इसके बाद परिवहन विभाग ने इस गाड़ी को लेकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी, लेकिन अचानक तीसरे व्यक्ति की आपत्ति बता कर विभाग ने गाड़ी का रजिस्ट्रेशन रोक दिया, जबकि नियमानुसार थर्ड पार्टी को आपत्ति का अधिकार ही नहीं है, क्योंकि जब क्रेता और विक्रेता के बीच गाड़ी बेचान को लेकर एग्रीमेंट और सहमति हो चुकी है और गाड़ी की एनओसी, टैक्स भुगतान सहित सभी प्रकार की विभागीय कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है. ऐसे में किसी तीसरे व्यक्ति की आपत्ति नियमानुसार गलत है.
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गणपत लाल के अनुसार जिस तीसरे व्यक्ति ने आपत्ति दी है, उसमें गाड़ी के नंबर अलग बताए गए हैं, जबकि मैंने जो गाड़ी खरीदी है, उसका नंबर अलग है. ऐसे में उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर जिला परिवहन अधिकारी सुप्रिया बिश्नोई का कहना है कि इस मामले में जो आपत्ति प्राप्त हुई है, उसकी सुनवाई की जा रही है और सभी पक्षों से दस्तावेज मांग कर जांच की जा रही है. जांच के पश्चात आगे की कार्रवाई की जाएगी. जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी तीसरे व्यक्ति को आपत्ति करने का अधिकार है? तब उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की सुनवाई करना आवश्यक होता है, इसीलिए आपत्ति पर विचार किया जा रहा है.