गौरेला पेंड्रा मरवाही: गौरेला जनपद पंचायत में एक बार फिर भ्रष्टाचार का खेल उजागर हुआ है. दरअसल साल 2018 और 19 के बीच 208 मीटर लंबी नाली का निर्माण कराया गया. नाली का निर्माण मनरेगा कार्य के तहत कराया गया. नाली निर्माण की जिम्मेदारी कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत बेलपत के जिम्मे रही. नाली निर्माण के दो सालों बाद फिर से इसी नाली के निर्माण की बात सामने आई है. गांव वालों का आरोप है कि इसी नाली के 20.60 मीटर के हिस्से को फिर बनाकर दिखाया और उसके पैसे ले लिए गए. फर्जी भुगतान का आरोप लगा है.
गायब होगी 20.60 मीटर लंबी नाली: नाली निर्माण का काम दिखाकर कहा जा रहा है कि पैसों का भुगतान भी करा लिया गया. जबकी हकीकत में मौके पर 20.60 मीटर लंबी नाली गायब है. शिकायत मिलने पर अब अधिकारी जरुर ये कह रहे हैं कि अगर कहीं घोटाल हुआ है तो जांच की जाएगी. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात भी अधिकारियों ने कही है.
''नाली बन रही थी. सब तो नजर के सामने है. सब लोग देख रहे हैं. इंजीनियर तो कभी काम को देखने तक नहीं आया''. - अहिल्या बाई, पंच, बेलपत गांव
''नाली तो नहीं बनी खुदाई जरुर हुई तो आगे तक. दोबारा काम लगा नहीं नाली के लिए. नाली को बनते तो मैंने देखा ही नहीं.'' - सुखदेव सिंह, ग्रामीण
बोईरडांड मोहल्ले में हुआ फर्जीवाड़ा: बेलपत ग्राम पंचायत के बोईरडांड मोहल्ले का ये पूरा मामला है. आरोप है कि मनरेगा के तहत बनाई गई 228.6 मीटर नाली से 20.60 मीटर नाली चोरी हो गई. गांव वालों का कहना है कि 20.60 मीटर नाली मौके पर है ही नही. साल 2018-19 में 208.00 मीटर नाली का निर्माण मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य-एजेंसी ग्राम पंचायत बेलपत द्वारा 07-06-2019 तक बना ली गई थी. संबंधित कार्य का मूल्यांकन माप पुस्तिका में दर्ज भी किया गया.
फर्जीवाड़े का आरोप: विभाग के कार्यक्रम अधिकारी रोशन सराफ के द्वारा सुनील ट्रेडर्स को FTO के माध्यम से दिनांक 22/02/2020 को भुगतान भी कर दिया गया. माप पुस्तिका में कार्य पूरा होने के लगभग 2 साल बाद, ठीक उसी जगह पर उसी नाली के आगे 20.60 मीटर की नाली निर्माण फर्जी तरीके से कागजों पर बनना दिखाया गया. गांव वालों ने जब खुद नाली की नापी की तो नाली की लंबाई 208 मीटर ही निकली. गांव वालों का आरोप है कि 20.60 मीटर नाली मौके से गायब है.
''नाली तो यहां 208 मीटर ही निकली. खुदाई जरुर आगे साइड हुई थी लेकिन काम हुआ नहीं. आगे दोबारा नाली बनी नहीं. इंजीनियर को हमने कभी नहीं देखा''. - नरेंद्र सिंह, ग्रामीण
''खबर के माध्यम से ये पता चला है कि नाली में भ्रष्टाचार के सामने सामने आए हैं. एक जांच कमेटी जिला स्तर पर बनाए हैं. जो भी गड़बड़ियां सामने आएगी उसपर हम सख्त कार्रवाई करेंगे.'' - कौशल तेंदुलकर प्रोजेक्ट डायरेक्टर गौरेला पेण्ड्रा मरवाही
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने दिया भरोसा: प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने कहा है कि शिकायत तो सामने आई है उसके मुताबिक जांच दल गठित की गई है. जल्द ही जांच दल मौके पर जाकर इस बात की तस्दीक करेगा किया सच है. प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने भरोसा दिया है कि अगर कहीं गड़बड़ी पाई गई तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.