भरतपुर. केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर, धौलपुर और डीग जिले के जाटों ने 40 दिन तक आंदोलन किया, लेकिन सफल नहीं हुए. अब जाट समाज ने केंद्र पर आरक्षण के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने की बात कही है. सोमवार को भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक हुई, जिसमें जाट समाज के पंच पटेलों ने निर्णय लिया कि अब वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाना है. साथ ही भाजपा को भरतपुर लोकसभा सीट पर चुनाव हराने के लिए जाट समाज बुधवार से पूरे जिले में अभियान शुरू करेगा.
गंगाजल से कसम : जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि समिति सदस्य जाट समाज के गांव-गांव और घर-घर जाएगी और आने वाली पीढ़ी को गंगाजल हाथ में लेकर कसम दिलाई जाएगी. उन्हें बताया जाएगा कि भाजपा ने भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज के साथ धोखा किया है. अब भाजपा को हराने के लिए वोट करें.
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50 हजार पोस्टर वितरित करेंगे : जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को एक पोस्टर का विमोचन भी किया गया. संघर्ष समिति ने लगभग 50,000 बड़े पोस्टर प्रिंट कराए हैं. इसमें लिखा है कि 'आरक्षण के नाम पर जाटों को भाजपा से मिला है धोखा और इस बार वोट की चोट से भाजपा को हराना है.' समाज के लोगों का आरोप है कि भरतपुर जिले से दो जाट भाजपा विधायक हैं, जिनको मंत्री नहीं बनाया गया. आरोप है कि राजस्थान में तबादलों के नाम पर जाट अधिकारियों को भाजपा सरकार निशाना बना रही है. हरियाणा में जाटों पर भाजपा सरकार ने गोलियां बरसाईं. किसानों पर भाजपा सरकार में अत्याचार हो रहा है.
40 दिन किया आंदोलन : जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग के लेकर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वाधान में जाट समाज के लोगों ने 40 दिनों तक गांव जयचोली में महापड़ाव कर आंदोलन किया था. प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की कमेटी से आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन को स्थगित किया गया था. अब आदर्श आचार संहिता लग गई, लेकिन आरक्षण का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है. भरतपुर लोकसभा सीट पर लगभग 5 लाख जाट मतदाता हैं.