रायबरेली : नसीराबाद थाना क्षेत्र के पिछवरिया गांव में युवक अर्जुन पासी की हत्या के मामले में खुलकर जातिगत राजनीति शुरू हो गई है. अब इस मामले में ओबीसी समाज भी कूद गया है. इस संबंध में शनिवार को पूर्व प्रधान की अगुवाई में सैकड़ों लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया, साथ ही जिला प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा है.
रायबरेली में शनिवार को ज्ञापन देते हुए यादव संगठन ने राहुल गांधी के खिलाफ आवाज उठाई है. सैकड़ों की संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान मधुकरपुर ग्राम सभा थाना डीह के पूर्व ग्राम प्रधान विक्रम प्रसाद यादव ने आरोप लगाया गया है कि दबाव में पुलिस ने एक 17 वर्षीय किशोर को बिना जांच पड़ताल किए ही जेल भेज दिया है. यही नहीं उन्होंने कहा कि 'रायबरेली के सांसद राहुल गांधी जातीय राजनीति बंद करें. उन्होंने कहा कि जिस घटना में राहुल गांधी दलित की मदद करने की बात कर रहे हैं, उसमें एक निर्दोष दलित सहित यादव, ब्राह्मण, मुस्लिम भी शामिल हैं. क्या राहुल गांधी को उनकी पीड़ा नहीं दिख रही?'
बता दें कि इससे पहले इस मामले में अर्जुन पासी के पक्ष में भीम आर्मी ने प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव डाला. उसके बाद स्वर्ण आर्मी और करणी सेना की तरफ से मामले में विशाल सिंह को बेवजह फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया था. उसके बाद समाजवादी पार्टी और दलित नेता चंद्रशेखर भी इस मामले में कूद गए थे. उसके बाद रायबरेली के सांसद राहुल गांधी द्वारा पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात भी हुई थी, यहां पर राहुल गांधी ने कहा था कि मैं दलितों को न्याय दिलाने के लिए आया हूं.