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बीमा कंपनियों से पीड़ितों की संख्या लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में सबसे ज्यादा, शिकायतों पर बीमा लोकपाल करा रहे 100 % समाधान

बीमा लोकपाल के यहां की गई शिकायतों को 90 दिन के अंदर किया जा रहा निपटारा, शिकायत दर्ज कराने में नहीं लगते पैसे

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बीमा लोकपाल लगा रहे बीमा कंपनियों की मनमानियों पर लगाम (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 14, 2024, 6:53 PM IST

लखनऊ: बीमा कंपनियों के लुभावने स्कीमों के चक्कर में फंस कर अपना पैसा और समय दोनों गंवा रहे लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती रही है. उससे भी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है बीमा कंपनियों की मनमानी. जिसको देखते हुए बीमा कंपनियों की मनमानियों पर लगाम लगाने और लोगों को न्याय दिखाने के लिए बीमा लोकपाल की नियुक्ति की गई है. देशभर में नियुक्त कुल 17 बीमा लोकपाल में से एक लखनऊ में भी नियुक्त हैं. जहां रोजाना ही जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से परेशान लोगों का जमावड़ा लगा रहता है.

बीमा लोकपाल के पास बीमा कंपनियों की मनमानी से परेशान लोगों की शिकायतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की मनमानी तेजी से बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की ठगी का शिकार हुए लोग बीमा लोकपाल के दर पर पहुंच रहे हैं और यहां से उन्हें न्याय मिल रहा है. गुरुवार को बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बीमा लोकपाल के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. बताया कि किस-किस तरह की कितनी शिकायतें आ रही हैं और कैसे इन कंपनियों की शिकायत बीमा लोकपाल में की जा सकती है और समाधान पाया जा सकता है.

बीमा लोकपाल अतुल सहाय (Video Credit; ETV Bharat)

अतुल सहाय ने बताया कि, जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और उनके दलालों से पीड़ित बीमा धारकों की शिकायतों का बीमा लोकपाल में निराकरण किया जाता है. कंपनियों की तमाम शिकायतें बीमा लोकपाल में दर्ज हो रही हैं. यहां हर हाल में 90 दिन के अंदर शिकायतों का निस्तारण करने का नियम है. उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज से सबसे ज्यादा शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. यहां बीमा कंपनी और उनके दलालों से बीमाधारक पीड़ित हैं.

बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बताया कि, बीमा धारकों की शिकायतों के निपटारे के लिए निराकरण के लिए बीमा लोकपाल की तरफ से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान सभी 17 बीमा लोकपाल कार्यालय में प्राप्त शिकायतों की कुल संख्या 52,575 थी जिनमें से 49,705 शिकायतों का निपटारा बीमा लोकपाल कार्यालयों की तरफ से किया गया. शिकायतों का कुल निस्तारण 94.54 फीसद रहा.

सिर्फ शिकायतों की बात करें तो बीमा लोकपाल कार्यालय में साल 2023-24 के दौरान कुल 3,114 शिकायतें प्राप्त हुई. जिनमें से सभी शिकायतों का समाधान किया गया. बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बताया कि, अब ग्रामीण अंचलों से भी काफी शिकायतें बीमा लोकपाल के पास आ रही हैं. वहां के लोग भी अब जागरूक हो रहे हैं. बीमा कंपनियों की धांधली की शिकायत के प्रति लोग जागरुक हों. उसके लिए बीमा लोकपाल की तरफ से जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

फरवरी 2021 से शिकायतों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया जिससे शिकायतकर्ता किसी भी समय कहीं से भी अपनी शिकायत का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकता है और उसे बीमा लोकपाल कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने जानकारी दी है कि शिकायतों के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए www.cioms.co.in पर लॉगिंन किया जा सकता है.

देश में कुल 17 बीमा लोकपाल हैं जिनमें लखनऊ, नोएडा, अहमदाबाद, बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, एर्नाकुलम, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, मुंबई, पटना और पुणे शामिल हैं.

यह भी पढ़ें : EPFO कर्मचारियों की मौज! PF पर मिलेगा ज्यादा इंश्योरेंस कवर, बोनस में भी इजाफा

लखनऊ: बीमा कंपनियों के लुभावने स्कीमों के चक्कर में फंस कर अपना पैसा और समय दोनों गंवा रहे लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती रही है. उससे भी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है बीमा कंपनियों की मनमानी. जिसको देखते हुए बीमा कंपनियों की मनमानियों पर लगाम लगाने और लोगों को न्याय दिखाने के लिए बीमा लोकपाल की नियुक्ति की गई है. देशभर में नियुक्त कुल 17 बीमा लोकपाल में से एक लखनऊ में भी नियुक्त हैं. जहां रोजाना ही जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से परेशान लोगों का जमावड़ा लगा रहता है.

बीमा लोकपाल के पास बीमा कंपनियों की मनमानी से परेशान लोगों की शिकायतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की मनमानी तेजी से बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की ठगी का शिकार हुए लोग बीमा लोकपाल के दर पर पहुंच रहे हैं और यहां से उन्हें न्याय मिल रहा है. गुरुवार को बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बीमा लोकपाल के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. बताया कि किस-किस तरह की कितनी शिकायतें आ रही हैं और कैसे इन कंपनियों की शिकायत बीमा लोकपाल में की जा सकती है और समाधान पाया जा सकता है.

बीमा लोकपाल अतुल सहाय (Video Credit; ETV Bharat)

अतुल सहाय ने बताया कि, जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और उनके दलालों से पीड़ित बीमा धारकों की शिकायतों का बीमा लोकपाल में निराकरण किया जाता है. कंपनियों की तमाम शिकायतें बीमा लोकपाल में दर्ज हो रही हैं. यहां हर हाल में 90 दिन के अंदर शिकायतों का निस्तारण करने का नियम है. उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज से सबसे ज्यादा शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. यहां बीमा कंपनी और उनके दलालों से बीमाधारक पीड़ित हैं.

बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बताया कि, बीमा धारकों की शिकायतों के निपटारे के लिए निराकरण के लिए बीमा लोकपाल की तरफ से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान सभी 17 बीमा लोकपाल कार्यालय में प्राप्त शिकायतों की कुल संख्या 52,575 थी जिनमें से 49,705 शिकायतों का निपटारा बीमा लोकपाल कार्यालयों की तरफ से किया गया. शिकायतों का कुल निस्तारण 94.54 फीसद रहा.

सिर्फ शिकायतों की बात करें तो बीमा लोकपाल कार्यालय में साल 2023-24 के दौरान कुल 3,114 शिकायतें प्राप्त हुई. जिनमें से सभी शिकायतों का समाधान किया गया. बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बताया कि, अब ग्रामीण अंचलों से भी काफी शिकायतें बीमा लोकपाल के पास आ रही हैं. वहां के लोग भी अब जागरूक हो रहे हैं. बीमा कंपनियों की धांधली की शिकायत के प्रति लोग जागरुक हों. उसके लिए बीमा लोकपाल की तरफ से जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

फरवरी 2021 से शिकायतों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया जिससे शिकायतकर्ता किसी भी समय कहीं से भी अपनी शिकायत का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकता है और उसे बीमा लोकपाल कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने जानकारी दी है कि शिकायतों के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए www.cioms.co.in पर लॉगिंन किया जा सकता है.

देश में कुल 17 बीमा लोकपाल हैं जिनमें लखनऊ, नोएडा, अहमदाबाद, बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, एर्नाकुलम, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, मुंबई, पटना और पुणे शामिल हैं.

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