अलीगढ़ : एएमयू में प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में पांच फीसदी विदेशी छात्रों का आरक्षण होने की बावजूद उनकी संख्या में पिछले 5 वर्षों में कमी देखने को मिल रही है. छात्रों की संख्या 337 से घटकर 170 ही रह गई है. जहां साल 2020-21 में विदेशी छात्रों की संख्या 337 थी. वहीं वर्तमान वर्ष 2024-25 में इनकी संख्या सिर्फ 170 ही रह गई है.
एएमयू में विदेशी छात्र : वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में 26 देश के 170 छात्र पढ़ रहे हैं. इनमें यमन, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, अमेरिका, ईरान, इराक, जॉर्डन, नेपाल, नाइजीरिया, सूडान, थाईलैंड देश के छात्र शामिल हैं. इसमें सबसे ज्यादा यमन, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के छात्र हैं.
पिछले 5 साल में एएमयू में विदेशी छात्रों की संख्या | |
वर्ष 2020-21 | 337 |
वर्ष 2021-22 | 253 |
वर्ष 2022-23 | 212 |
वर्ष 2023-24 | 178 |
वर्ष 2024-25 | 170 |
26 देशों के छात्र-छात्राओं ने लिया दाखिला: एएमयू अंतरराष्ट्रीय छात्र कक्ष के एडवाइजर प्रो. सैयद अली नवाज जैदी ने कहा कि पिछले साल यूनिवर्सिटी में 16 देशों के छात्र पढ़ते थे, लेकिन अब 26 देशों के छात्र और छात्राओं ने दाखिले लिए हैं. पिछले साल हमारे यहां 178 विदेशी छात्र थे. इस साल 170 हैं. छात्रों की संख्या में कमी बहुत ज्यादा नहीं है और अभी हमारे यहां पीएचडी में विदेशी छात्रों के दाखिले हो रहे हैं.
इंटरनेशनल छात्रावास बनाने का है प्रस्ताव: उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी के छात्रावास में विदेशी छात्रों के लिए कुछ कमरे रिजर्व किए गए हैं, लेकिन उनका रहन-सहन खाना पीना और पहनावा थोड़ा अलग होता है. इस वजह से वह प्राइवेट कमरों में ही रहना पसंद करते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन विदेशी छात्रों के लिए एक इंटरनेशनल छात्रावास बनाएगा. इसका प्रपोजल भी है. विदेशी छात्रों की फीस में बढ़ोतरी के संबंध में उन्होंने बताया कि दूसरी केंद्रीय विश्वविद्यालय की फीस से तुलना करें, तो एएमयू में विदेशी छात्रों की फीस फिर भी कम है. यहां छात्र 6 महीने की जगह तीन-तीन महीने में फीस जमा कर सकते हैं.
सुविधाओं को और बढ़ाना होगा: इस मामले में विदेशी छात्रों ने कैमरे पर कुछ भी कहने से मना कर दिया, लेकिन उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी की तरफ से दी जाने वाली सुविधाओं को और बढ़ाना होगा. यूनिवर्सिटी कैंपस में अगर विदेशी छात्रों का एक छात्रावास बन जाता है या मौजूदा 20 छात्रावास में से किसी एक छात्रावास को विदेशी छात्रों के लिए फिक्स कर दिया जाता है तो वहां पर वह अच्छे तरीके से रह पाएंगे. पहले के मुकाबले में विदेशी छात्रों की फीस में भी इजाफा हुआ है और फीस और सुविधाओं को देखते हुए एएमयू के अलावा जो दूसरी यूनिवर्सिटी हैं, वहां पर ज्यादा सुविधाएं मिल रही हैं. इस कारण अब विदेशी छात्र दूसरी यूनिवर्सिटी में दाखिला ले रहे हैं.
एएमयू में विदेशी छात्र ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की तुलना में पीएचडी में ज्यादा दाखिले लेते हैं यानी विदेशी छात्र एएमयू से पीएचडी करना ज्यादा पसंद करते हैं. एएमयू में शिक्षा के साथ विदेशी छात्र यूनिवर्सिटी गेम्स कमेटी के क्लब और जनरल एजुकेशन सेंटर में कम ही देखने को मिलते हैं.
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