कोटा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम टेस्ट (NEET UG 2025) का आयोजन करने जा रही है. इस संबंध में शनिवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया गया. जिसके तहत जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN) की तरह ही इसके पेपर पैटर्न को भी बदल दिया गया है. ऐसे में अब नीट यूजी परीक्षा में भी कैंडिडेट्स को सभी प्रश्न करने होंगे.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि कोविड-19 की आधिकारिक समाप्ति की घोषणा के बाद प्रश्नों के विकल्प की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. अब फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी सभी विषयों के प्रश्नपत्रों में पार्ट ए व बी का प्रावधान नहीं होगा. प्रश्न पत्र में बॉटनी व जूलॉजी अब अलग-अलग विषय नहीं होंगे, बायोलॉजी के नाम से सिर्फ एक ही विषय होगा. अब तक दिया जा रहा है, 20 मिनट का अतिरिक्त समय भी समाप्त कर दिया गया है. विकल्पों की व्यवस्था समाप्त होने के बाद परफेक्ट स्कोर 720 पूर्णांक में 720 अंक लाना मुश्किल होगा.
पढ़ें: नीट यूजी परीक्षा : NTA ने दिया APAAR आईडी पर क्लेरिफिकेशन, नहीं रहेगी Mandatory - NEET UG 2025
नहीं मिलेंगे 200 मिनट, करने होंगे सभी प्रश्न: देव शर्मा ने बताया कि नए पेपर पैटर्न के अनुसार फिजिक्स व केमिस्ट्री दोनों ही विषयों में 45-45 प्रश्न पूछे जाएंगे. बायोलॉजी में प्रश्नों की संख्या 90 होगी. पूरे प्रश्न पत्र में कुल 180 प्रश्न होंगे, जिन्हें हल करने के लिए 180 मिनट का समय दिया जाएगा. प्रत्येक प्रश्न हल करना अनिवार्य होगा. देव शर्मा ने बताया कि कैंडिडेट पिछले काफी समय से प्रश्नपत्र को 200 मिनट (3 घंटे 20 मिनट) में हल करने की मानसिकता के साथ कार्य कर रहे हैं. अब कैंडिडेट को 200 मिनट की मानसिकता त्याग कर 180 मिनट की मानसिकता को अपनाना होगा.
पढ़ें: नीट यूजी परीक्षा : NTA ने दिया APAAR आईडी पर क्लेरिफिकेशन, नहीं रहेगी Mandatory - NEET UG 2025
पहले पूछे जाते थे 200 प्रश्न: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पहले नीट यूजी के प्रश्न पत्र में 200 प्रश्न पूछती थी. यह पार्ट ए और पार्ट बी में होता था. जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और जूलॉजी में 50-50 प्रश्न होते थे. इनमें ए पार्ट में 35 प्रश्न पूछे जाते थे, यह सभी प्रश्न करने जरूरी थे. जबकि बी पार्ट में 15 प्रश्न पूछे जाते थे. इनमें से 10 प्रश्न करने होते थे. ऐसे में प्रत्येक सब्जेक्ट में 50 में से 45 प्रश्न करने पड़ते थे. हालांकि अब नए पेपर पैटर्न में विकल्प की व्यवस्था हटा ली गई है. इसके साथ ही पार्ट ए और बी की व्यवस्था भी हटा ली गई है.