कोटा. देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) का आयोजन कर रही है, लेकिन इस बार परीक्षा के सिलेबस को लेकर विद्यार्थियों में बड़ी दुविधा है. नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 को ध्यान में रखते हुए सिलेबस में तार्किक तौर पर बदलाव किए हैं, जिसमें सिलेबस में कमी की गई है.
हालांकि, सीयूईटी यूजी में इस सिलेबस को कम नहीं किया गया है और बीते साल का सिलेबस ही वेबसाइट पर अपलोड किया गया है. इसके तहत ही विद्यार्थियों को पढ़ाई करने के लिए निर्देशित किया गया है. यह सिलेबस सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) और अन्य स्टेट बोर्ड ने भी हटा दिया है. यहां तक की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ही जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE MAIN) और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) के तहत NCERT के नए सिलेबस के तहत ही परीक्षा ले रही है.
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एजुकेशन एक्सपर्ट और एग्जाम काउंसलर कमल सिंह चौहान ने बताया कि एनसीईआरटी के नए सिलेबस में केमिस्ट्री के 6 चैप्टर हटा दिए गए हैं. वहीं, बायोलॉजी से 3 चैप्टर हटा दिए गए हैं और कई चैप्टर में से टॉपिक भी कम किए गए हैं. फिजिक्स और मैथमेटिक्स में भी कुछ टॉपिक हटाए गए हैं. अब लाखों की संख्या में विद्यार्थी को पुराने सिलेबस से ही पढ़ाई करनी पड़ेगी.
एनटीए से हुई है भारी चूक : कमल सिंह चौहान का कहना है कि इस साल के लिए सीयूईटी यूजी के लिए सिलेबस अपडेट नहीं किया गया है. बीते साल की डिटेल ही एनटीए ने डाल दी है. विद्यार्थियों की बात करते हैं तो बोर्ड के एग्जाम चल रहे हैं और पूरे साल बच्चों ने नई एनसीईआरटी के तहत ही पढ़ाई की है. बहुत सारे सिलेबस में बदलाव हो गए और टॉपिक हटा दिए गए हैं. उन टॉपिक को पढ़ने के लिए कंटेंट अवेलेबल नहीं है. बच्चे जब एग्जाम से फ्री होंगे तो उन्हें समय भी काम मिलेगा. मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने कोशिश की थी कि सिलेबस को कम किया जाए, जिससे 12वीं के बच्चों का सिलेबस कम आए. इस स्थिति में सीयूईटी यूजी में भारी चूक हुई है, जिसमें सुधार किया जाना चाहिए.
JEE MAIN व NEET में बदलाव : निजी कोचिंग संस्थान में सीयूईटी यूजी के कॉर्डिनेटर मनीष सोनी ने बताया कि CUET UG अभी भी पुराने एनसीईआरटी कोर्स को लेकर ही एग्जाम आयोजित करवा रहा है. वहीं, JEE MAIN और NEET UG में सिलेबस में बदलाव किए गए हैं. इसकी जानकारी एनटीए ने जेईई मेन के आयोजन से 4 महीने पहले ही जारी कर दी थी. वहीं, नीट यूजी के लिए भी करीब 5 महीने पहले सिलेबस बदलने की जानकारी साझा की गई थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अंतिम समय में सिलेबस अपडेट किया है. इसे अपडेट किए हुए भी 5 से 6 दिन ही हुए हैं. इनको पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को पूरा समय नहीं मिल रहा है.
पढ़ाई भी नहीं, कंटेट भी नहीं : कमल सिंह चौहान का कहना है कि स्टूडेंट के सामने दुविधा है कि वह अभी बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं. उन्होंने स्कूल में भी यह पढ़ाई नहीं की है, क्योंकि इस साल की शुरुआत में ही सिलेबस बदल दिया गया था. अब सीयूईटी यूजी के एग्जाम में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को इस पुराने सिलेबस के छूटे हुए चैप्टर और टॉपिक भी पढ़ने पड़ेंगे. इतना सारा सिलेबस पढ़ने के लिए बच्चों को कंटेंट और समय दोनों ही नहीं है.
बता दें कि 15 से 31 मई के बीच में यह परीक्षा आयोजित होनी है. बीते साल करीब 16 लाख विद्यार्थियों ने सीयूईटी यूजी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था, लेकिन परीक्षा में करीब 14.5 लाख विद्यार्थी ही बैठे थे. एक्सपर्ट चौहान का मानना है कि इस बार यह संख्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार 20 लाख के आसपास अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएंगे.