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यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 को तत्काल रद्द करे, परीक्षार्थियों को मुआवजा दे: एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी - यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024

UP Paper Leak Case: पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक को लेकर कहा कि सरकार सभी छात्रों को उचित मुआवजा दे. साथ ही परीक्षा कराने वाली संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. लगातार पेपर लीक होने के कारण उत्तर प्रदेश के 30,000 से अधिक युवा डिप्रेशन के शिकार हो रहे है

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 22, 2024, 10:12 AM IST

कांग्रेस के युवा नेता वरुण चौधरी और श्रीनिवास बीवी ने लखनऊ में मीडिया से बात की.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा की पेपर लीक की सूचना के बाद सरकार द्वारा उसके जांच करने के आदेश दिए जाने के बाद मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को लखनऊ में भारत यात्रा को लेकर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चौक स्थित घंटाघर पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार आने पर नकल माफिया पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी.

राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस की छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से परीक्षा को रद्द कर अगले 10 दिन में दोबारा से पेपर कंडक्ट कराने की मांग है.

वरुण चौधरी ने कहा कि सरकार पेपर लीक की जांच करा रही है. इस घटना बाद मैं दो-तीन दिन से काफी छात्र छात्राओं से मिला. जिनके साथ यह धोखा हुआ है. लगभग 70 लाख छात्र-छात्राएं हैं जिनके सपने तोड़ने का काम मुझे लगता है बीजेपी सरकार ने कराया.

हमने एनएसयूआई के माध्यम से मांग की है कि एक जांच होने से कुछ नहीं हो सकता है. हमारी तीन मांगे हैं, तुरंत प्रभाव से यह एग्जाम कैंसिल करा जाए और 10 दिन के अंदर फ्रेश एग्जाम लिया जाए. साथ ही बच्चों को उचित मुआवजा दिया जाए. आजकल कोचिंग कितनी महंगी हो गई है.

बीजेपी के राज में कितनी महंगाई हो गई है. बच्चा एग्जाम देने के लिए चार-चार 100 किलोमीटर दूर गया. एक डेढ़ साल से कोचिंग कर रहा है, उसकी फीस भर रहा है. इसलिए उनको उचित मुआवजा दिया जाए. जहां तक जांच की बात है तो देखें लगभग तीन दिन हो गए अभी तक मुख्यमंत्री का इस पर कोई बयान नहीं आया और ना ही उनके किसी अधिकारी का बयान आया है.

सिर्फ कह रहे हैं की जांच हो रही है. तो कहीं ना कहीं मुझे लगता है कि यह जांच से भाग रहे हैं. योगी आदित्यनाथ जो अपने साम्राज्य में बैठे हैं. उन्हें वहां से बाहर आकर इन बच्चों से माफी मांगनी चाहिए. यूपी का हाल बुरा है. पहले तो भर्तियां निकलती नहीं हैं और जब निकलती हैं तो पेपर लीक हो जाता है.

इसका कारण यह है कि बार-बार एक ही कंपनी को परीक्षा कराने का जिम्मा दिया जा रहा है. जिसके चलते पेपर लीक हो रहे हैं. अभी तक इस कंपनी पर कार्रवाई नहीं हुई है. मुझे लगता है कि कहीं ना कहीं इससे भाजपा के लोग मिले हुए हैं, इसलिए उस पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई.

इसके अलावा भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि जहां-जहां भी भाजपा की सरकार है, वहां पर पेपर लीक की घटनाएं होना आम बात हो गई है. चाहे मध्य प्रदेश हो, उत्तर प्रदेश हो, गुजरात हो, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में पेपर लीक हुआ.

जहां-जहां इनकी सरकार है, वहां सारी जगह पेपर लिक हुआ है. भाजपा इस देश का युवा के साथ खेल रही है. ये सरकार क्या करती है, नौकरी के नाम पर नोटिफिकेशन निकलती है. उसमें जो फीस है उसका भी पैसा ले लेती है. पैसा लेने के बाद यह लोग खुद ही पेपर लीक करा देते है.

फिर खुद ही वह कोर्ट में जाएंगे, कोर्ट में जाने के बाद वह पूरा प्रोसेस बंद हो जाएगा. मां-बाप बच्चों को 2 साल से 3 साल तैयारी कराते हैं. दिन रात मेहनत करने के बाद पेपर लीक हो जाता है. आज सिर्फ उत्तर प्रदेश में 30,000 बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं. बचने के लिए ये लोग डॉक्टर से काउंसलिंग ले रहे हैं. यह आकड़ा मेरा नहीं है सरकार का है.

ये भी पढ़ेंः साहेब हाली हाली...से नेहा सिंह राठौर ने बेरोजगारों के दर्द को दिया सुर, सरकार पर उठाए सवाल

कांग्रेस के युवा नेता वरुण चौधरी और श्रीनिवास बीवी ने लखनऊ में मीडिया से बात की.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा की पेपर लीक की सूचना के बाद सरकार द्वारा उसके जांच करने के आदेश दिए जाने के बाद मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को लखनऊ में भारत यात्रा को लेकर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चौक स्थित घंटाघर पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार आने पर नकल माफिया पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी.

राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस की छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से परीक्षा को रद्द कर अगले 10 दिन में दोबारा से पेपर कंडक्ट कराने की मांग है.

वरुण चौधरी ने कहा कि सरकार पेपर लीक की जांच करा रही है. इस घटना बाद मैं दो-तीन दिन से काफी छात्र छात्राओं से मिला. जिनके साथ यह धोखा हुआ है. लगभग 70 लाख छात्र-छात्राएं हैं जिनके सपने तोड़ने का काम मुझे लगता है बीजेपी सरकार ने कराया.

हमने एनएसयूआई के माध्यम से मांग की है कि एक जांच होने से कुछ नहीं हो सकता है. हमारी तीन मांगे हैं, तुरंत प्रभाव से यह एग्जाम कैंसिल करा जाए और 10 दिन के अंदर फ्रेश एग्जाम लिया जाए. साथ ही बच्चों को उचित मुआवजा दिया जाए. आजकल कोचिंग कितनी महंगी हो गई है.

बीजेपी के राज में कितनी महंगाई हो गई है. बच्चा एग्जाम देने के लिए चार-चार 100 किलोमीटर दूर गया. एक डेढ़ साल से कोचिंग कर रहा है, उसकी फीस भर रहा है. इसलिए उनको उचित मुआवजा दिया जाए. जहां तक जांच की बात है तो देखें लगभग तीन दिन हो गए अभी तक मुख्यमंत्री का इस पर कोई बयान नहीं आया और ना ही उनके किसी अधिकारी का बयान आया है.

सिर्फ कह रहे हैं की जांच हो रही है. तो कहीं ना कहीं मुझे लगता है कि यह जांच से भाग रहे हैं. योगी आदित्यनाथ जो अपने साम्राज्य में बैठे हैं. उन्हें वहां से बाहर आकर इन बच्चों से माफी मांगनी चाहिए. यूपी का हाल बुरा है. पहले तो भर्तियां निकलती नहीं हैं और जब निकलती हैं तो पेपर लीक हो जाता है.

इसका कारण यह है कि बार-बार एक ही कंपनी को परीक्षा कराने का जिम्मा दिया जा रहा है. जिसके चलते पेपर लीक हो रहे हैं. अभी तक इस कंपनी पर कार्रवाई नहीं हुई है. मुझे लगता है कि कहीं ना कहीं इससे भाजपा के लोग मिले हुए हैं, इसलिए उस पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई.

इसके अलावा भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि जहां-जहां भी भाजपा की सरकार है, वहां पर पेपर लीक की घटनाएं होना आम बात हो गई है. चाहे मध्य प्रदेश हो, उत्तर प्रदेश हो, गुजरात हो, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में पेपर लीक हुआ.

जहां-जहां इनकी सरकार है, वहां सारी जगह पेपर लिक हुआ है. भाजपा इस देश का युवा के साथ खेल रही है. ये सरकार क्या करती है, नौकरी के नाम पर नोटिफिकेशन निकलती है. उसमें जो फीस है उसका भी पैसा ले लेती है. पैसा लेने के बाद यह लोग खुद ही पेपर लीक करा देते है.

फिर खुद ही वह कोर्ट में जाएंगे, कोर्ट में जाने के बाद वह पूरा प्रोसेस बंद हो जाएगा. मां-बाप बच्चों को 2 साल से 3 साल तैयारी कराते हैं. दिन रात मेहनत करने के बाद पेपर लीक हो जाता है. आज सिर्फ उत्तर प्रदेश में 30,000 बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं. बचने के लिए ये लोग डॉक्टर से काउंसलिंग ले रहे हैं. यह आकड़ा मेरा नहीं है सरकार का है.

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