जयपुर. जयपुर पुलिस ने गुरुवार सुबह मुठभेड़ के बाद कुख्यात बदमाश राकेश लसाड़िया को गिरफ्तार किया है. इस दौरान उसके पैर में गोली लगी. उसका फिलहाल सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार चल रहा है. वह प्रदेश के टॉप-10 बदमाशों में शामिल है. उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में 23 मुकदमे दर्ज हैं. वह तीन साल से पुलिस को चकमा दे रहा था. इस दौरान वह लगातार असम और कोलकाता में ठिकाने बदल-बदलकर फरारी काट रहा था.
जयपुर (उत्तर) डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने आज पत्रकारों से बातचीत में बताया कि रंगदारी के करोड़ों रुपए नहीं देने पर 30 जुलाई, 2023 को राकेश लसाड़िया ने अपने गुर्गों के जरिए ज्वैलर नवीन सोनी पर फायरिंग करवाई थी. फायरिंग के मामले में उसके तीन साथी पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. इससे पहले भी उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और रंगदारी के 23 मामले दर्ज हैं. पुलिस मुख्यालय की ओर से उस पर 1 लाख रुपए का इनाम भी रखा गया था.
असम से पकड़कर ला रहे थे जयपुर: राकेश लसाड़िया के असम-कोलकाता में फरारी काटने की सूचना मिलने पर एक टीम वहां भेजी गई थी. इस टीम ने उसे वहां ट्रैस करके दबोच लिया. दिल्ली से जयपुर लाते समय उसने दौलतपुरा के पास टॉयलेट के बहाने गाड़ी रुकवाई और पुलिस टीम के एसआई की पिस्टल लेकर भागने लगा. इस दौरान उसने पुलिस पर दो फायर किए. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. जिससे उसके पैर में गोली लगी.
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जिस पर फायरिंग करवाई, उससे फिर मांगी रंगदारी: डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि जिस नवीन सोनी पर राकेश ने अपने गुर्गों से फायरिंग करवाई थी. पिछले दिनों उसने उसे कॉल कर रंगदारी देने के लिए धमकाया था. लेकिन डर के कारण वह पुलिस के पास नहीं आया. अब जैसे ही राकेश लसाड़िया की गिरफ्तारी की जानकारी मिली. उसने पुलिस को उसके खिलाफ एक और शिकायत दी. जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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गैंग के गुर्गों से दिलवाता था धमकियां: पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि राकेश लसाड़िया ने अपनी खुद की गैंग बना रखी थी. वह खुद श्रीमाधोपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है और अपने इलाके के युवाओं को विभिन्न प्रलोभन देकर अपनी गैंग से जोड़ता था. इसके बाद उन गुर्गों के जरिए व्यापारियों को रंगदारी के लिए धमकी दिलवाता और रकम नहीं देने पर फायरिंग करवाकर दहशत फैलाता.