जयपुर. कांग्रेस अब निष्क्रिय पदाधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी में है. पार्टी के अन्य संगठनों के साथ यूथ कांग्रेस में भी निष्क्रिय पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. स्वयं प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने इसके संकेत दिए है. उन्होंने सभी 200 विधानसभा अध्यक्षों के साथ ही आठ महासचिव और 70 प्रदेश सचिवों को नोटिस देकर तलब किया है.
दरअसल, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में निष्क्रिय रहे या पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे पदाधिकारियों पर कांग्रेस सख्ती कर रही है. इसी के तहत अब यूथ कांग्रेस में भी निष्क्रिय पदाधिकारियों पर सख्ती शुरू कर दी गई है.
राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने बताया कि संगठन ने अपने सभी 200 विधानसभा अध्यक्ष, आठ निष्क्रिय प्रदेश महासचिव और 70 प्रदेश सचिवों को होल्ड किया है. ये सभी पदाधिकारी आगामी आदेश तक अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले पाएंगे. इन निष्क्रिय पदाधिकारियों को नोटिस देकर 17 जुलाई तक जवाब मांगा गया है.
जवाब नहीं दिया तो होगा निलंबन: प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि निष्क्रिय पदाधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं और उनसे 17 जुलाई तक जवाब देने को कहा गया है. उनके जवाब आने के बाद आगामी फैसला लिया जाएगा. हालांकि, जो पदाधिकारी जवाब नहीं देते हैं. उन्हें निलंबित किया जाएगा. उनका कहना है कि लंबे समय से निष्क्रियता के चलते यह फैसला लिया गया है. संगठन को मजबूत बनाने के लिए यह कवायद की जा रही है और आगे भी कठोर फैसले लिए जाएंगे.
कांग्रेस ने 27 ब्लॉक-मंडल कार्यकारिणी की भंग: निष्क्रियता और पार्टी विरोधी गतिविधियों पर कांग्रेस ने भी कड़ा एक्शन लिया था. बीते दिनों कांग्रेस ने प्रदेशभर में 27 ब्लॉक और मंडल कार्यकारिणियों को भंग कर दिया था. इसके बाद अनुशासन समिति के अध्यक्ष उदयलाल आंजना की अध्यक्षता में हुई बैठक में अनुशासन संबंधी शिकायतों का निस्तारण किया गया. इस कमेटी ने प्रदेश के 22 नेताओं पर कार्रवाई की सिफारिश प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से की है. जिस पर फैसला आना बाकी है.