जोधपुर: प्रदेश स्तर पर शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों की सूची जारी करने के बाद जोधपुर में शिक्षक नेता शंभू सिंह मेड़तिया का नाम काट निलंबित करने के फैसले को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है. इसको लेकर गुरुवार को शिक्षकों ने मेड़तिया का सम्मान किया और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ नारेबाजी की.
शिक्षकों ने कहा कि मेड़तिया का नाम समिति ने तय किया था, लेकिन बाद में हटा दिया गया. वो अहर्ता पूरी कर रहे थे, इसलिए उनका चयन हुआ. सरकार को चयनित शिक्षक का नाम हटाने का कोई अधिकार नहीं है. इसके बाद अपने हक की बात उठाने के लिए कार्यवाही करना भी गलत है. उल्लेखनीय है कि हाल ही में शिक्षा विभाग ने जोधपुर से राज्य स्तरीय सम्मान के लिए शिक्षक नेता शंभू सिंह मेड़तिया और शिक्षक नवीन देवड़ा का नाम घोषित किया था, लेकिन बाद में उनके नाम वापस हटा दिए गए. माना जा रहा है कि इसकी वजह यह है कि दोनों शिक्षक कांग्रेस विचारधारा से जुड़े हैं. मेड़तिया ने तो शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ सर्किट हाउस में प्रदर्शन भी किया था.
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बताया जा रहा है कि दोनों ने नाम सूची में आने के बाद स्थानीय भाजपा के लोग सक्रिय हुए और उन्होंने सरकार तक अपनी बात पहुंचाई. इसके बाद दोनों शिक्षकों के नाम सूची से हटाए गए. इतना ही नहीं मेड़तिया को 16 सीसी की चार्जशीट देकर निलंबित कर दिया गया. यही कारण है कि आज जहां सरकार की ओर से जयपुर में राज्य स्तरीय सम्मान समारोह हो रहा है. तब जोधपुर के मेड़तिया समर्थक शिक्षकों ने उनका कलेक्ट्रेट के सामने सम्मान किया और शिक्षा मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया.