नई दिल्ली/नोएडा: मालिक के 38.50 लाख रुपये गबन करने के मकसद से लूट की फर्जी सूचना देने वाले तीन आरोपियों को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से गबन के 38 लाख 50 हजार रुपये बरामद कर लिए गए हैं. साजिश में इस्तेमाल स्कूटी और मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. फिलहाल, तीनों आरोपियों का पुलिस आपराधिक इतिहास पता कर रही है.
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल जोन हृदेश कठेरिया ने बताया कि मंगलवार शाम को डॉयल-112 पर एक कॉल आई. कॉलर ने बताया कि दोपहर तीन बजे के करीब बाइक सवार बदमाश उसका बैग छीनकर फरार हो गए. बैग में 38 लाख 50 हजार रुपये थे. वारदात की सूचना कॉलर ने तीन घंटे बाद दी. देरी से सूचना देने के बावजूद पुलिस ने तत्काल मामले की जांच शुरू की. जांच के दौरान पीड़ितों के बयानों में विरोधाभास होने के कारण घटना को लेकर संशय हुआ.
शक होने पर पुलिस ने जब पीड़ितों द्वारा बताए गए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया तो वहां लूट जैसी कोई घटना हुआ ही नहीं था. कड़ाई से पूछताछ करने के बाद पीड़ितों ने सच उगल दिया और साथी के साथ मिलकर लूट की फर्जी सूचना देने की सिलसिलेवार जानकारी दी. आरोपियों की पहचान रायबरेली के लालगंज निवासी अशोक कुमार और सिकंदर व सुल्तानपुर के सुनील कुमार पांडेय के रूप में हुई है.
पैसा देखकर आ गया लालच: लूट की झूठी योजना के तहत अशोक और सुनील ने अपने साथी सिकंदर को उस स्कूटी से आने को कहा जिसपर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी. ऐसा इसलिए किया गया, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके. मामले को लेकर एसीपी दीक्षा सिंह ने बताया कि अशोक कुमार व सुनील कुमार बाइक से 38 लाख 50 हजार रुपये का पेमेंट एक बैग में लेकर दिल्ली से परीचौक होते हुए नोएडा हाईवे से जा रहे थे.
इन लोगों ने सिकंदर को लूट की झूठी घटना सफल होने पर उसे भी हिस्सा देने की बात कही और उसको साजिश में शामिल कर लिया. योजना के तहत अशोक और सुनील ने सेक्टर-93 कट पर पैसों से भरा हुआ बैग सिंकदर को दे दिया. आगे चलकर दोनों ने लूट की झूठी सूचना पुलिस व मालिक को दे दी. सिकंदर फर्जी नंबर प्लेट की स्कूटी से पैसे लेकर बायोडाइवर्सिटी सिटी पार्क चला गया.