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नोएडा: झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर रकम वसूलने वाले गिरोह के सरगना सहित 5 गिरफ्तार - THREATENING FAKE CASE

-आरोपियों के पास से पांच मोबाइल, 70 हजार की नकदी और कार बरामद

नोएडा पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित 5 को दबोचा
नोएडा पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित 5 को दबोचा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

नई दिल्ली/नोएडा: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्ती करने के बाद दुष्कर्म और छेड़खानी जैसे मामलों में फंसाने की धमकी देकर जबरन वसूली करने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच आरोपियों को नोएडा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. गिरोह की अगुवाई करने वाले सरगना लालू यादव अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहे थे.

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 23 नवंबर को गिरोह के सदस्यों ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर एक व्यक्ति से दो लाख 40 हजार रुपए की वसूली की थी. इसके बाद भी जब एक लाख रुपये की मांग और पीड़ित से की गई तो उसने मामले की शिकायत पुलिस से की. आरोपियों ने पीड़ित से दो हजार रुपए नकद जबकि दो लाख 38 हजार रुपये की रकम ऑनलाइन ली थी. ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची.

वर्तमान में सभी आरोपी दिल्ली और नोएडा के अलग-अलग क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रह रहे हैं. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे तीन माह पहले ही शहर में सक्रिय हुए थे. नोएडा के अलावा एनसीआर के अन्य शहरों में भी आरोपियों ने इसी प्रकार की वसूली करने की बात कही. अबतक 30 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की जानकारी मिली है. गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

ऐसे फंसाने थे जाल में: गिरोह के सभी सदस्य इंटरनेट पर विभिन्न डेटिंग ऐप और लिंक पर जुड़े हुए हैं. जब कोई नया युवक या व्यक्ति इससे जुड़ता है, वैसे ही आरोपी सक्रिय हो जाते हैं. जुड़ने के कुछ ही समय बाद नए सदस्य के पास एक व्हाट्सऐप कॉल आती है और कुछ युवतियों और महिलाओं की तस्वीरें भेजी जाती है.

डेटिंग के लिए ली जाती थी रकम: बदनामी के डर से ज्यादातर मामलों में आरोपी किसी से शिकायत भी नहीं कर पाता है. युवती डेटिंग करने के लिए भी पांच से दस हजार रुपये लेती है. जानकारी के अनुसार ज्यादातर टारगेट के पास लालू अपनी प्रेमिका को भेजा करता था. जहां पहुंचने के बाद वह कार में बैठ जाती थी और पहली पेमेंट ले ली जाती थी. इस बीच गैंग के दूसरे लोग कार में आ जाते थे और टारगेट को ब्लैकमेल करते थे. पुलिस बरामद मोबाइल की भी जांच फोरेंसिक लैब से कराएगी. आंशका है कि मोबाइल में कई अहम जानकारी है.

स्नातक है सरगना लालू: गिरोह के सरगना ने स्नातक किया हुआ है. साथ ही आशंका जताई जा रही है कि आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के बाद आरोपियों ने कार समेत कई अन्य महंगी चीजें खरीदी हैं. पुलिस ने लोगों से इंटरनेट पर किसी भी व्यक्ति से सोच समझकर और सावधानी से दोस्ती करने की अपील की है. नोएडा में पहले भी इस प्रकार के गिरोह का पर्दाफाश हो चुका है.

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नई दिल्ली/नोएडा: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्ती करने के बाद दुष्कर्म और छेड़खानी जैसे मामलों में फंसाने की धमकी देकर जबरन वसूली करने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच आरोपियों को नोएडा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. गिरोह की अगुवाई करने वाले सरगना लालू यादव अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहे थे.

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 23 नवंबर को गिरोह के सदस्यों ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर एक व्यक्ति से दो लाख 40 हजार रुपए की वसूली की थी. इसके बाद भी जब एक लाख रुपये की मांग और पीड़ित से की गई तो उसने मामले की शिकायत पुलिस से की. आरोपियों ने पीड़ित से दो हजार रुपए नकद जबकि दो लाख 38 हजार रुपये की रकम ऑनलाइन ली थी. ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची.

वर्तमान में सभी आरोपी दिल्ली और नोएडा के अलग-अलग क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रह रहे हैं. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे तीन माह पहले ही शहर में सक्रिय हुए थे. नोएडा के अलावा एनसीआर के अन्य शहरों में भी आरोपियों ने इसी प्रकार की वसूली करने की बात कही. अबतक 30 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की जानकारी मिली है. गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

ऐसे फंसाने थे जाल में: गिरोह के सभी सदस्य इंटरनेट पर विभिन्न डेटिंग ऐप और लिंक पर जुड़े हुए हैं. जब कोई नया युवक या व्यक्ति इससे जुड़ता है, वैसे ही आरोपी सक्रिय हो जाते हैं. जुड़ने के कुछ ही समय बाद नए सदस्य के पास एक व्हाट्सऐप कॉल आती है और कुछ युवतियों और महिलाओं की तस्वीरें भेजी जाती है.

डेटिंग के लिए ली जाती थी रकम: बदनामी के डर से ज्यादातर मामलों में आरोपी किसी से शिकायत भी नहीं कर पाता है. युवती डेटिंग करने के लिए भी पांच से दस हजार रुपये लेती है. जानकारी के अनुसार ज्यादातर टारगेट के पास लालू अपनी प्रेमिका को भेजा करता था. जहां पहुंचने के बाद वह कार में बैठ जाती थी और पहली पेमेंट ले ली जाती थी. इस बीच गैंग के दूसरे लोग कार में आ जाते थे और टारगेट को ब्लैकमेल करते थे. पुलिस बरामद मोबाइल की भी जांच फोरेंसिक लैब से कराएगी. आंशका है कि मोबाइल में कई अहम जानकारी है.

स्नातक है सरगना लालू: गिरोह के सरगना ने स्नातक किया हुआ है. साथ ही आशंका जताई जा रही है कि आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के बाद आरोपियों ने कार समेत कई अन्य महंगी चीजें खरीदी हैं. पुलिस ने लोगों से इंटरनेट पर किसी भी व्यक्ति से सोच समझकर और सावधानी से दोस्ती करने की अपील की है. नोएडा में पहले भी इस प्रकार के गिरोह का पर्दाफाश हो चुका है.

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