नई दिल्ली/नोएडा: सेक्टर 62 स्थित एक कंपनी का फर्जी तरीके से डाटा निकालकर कंपनी के ही मैनेजर ने 20 करोड़ रुपए गबन कर लिए. आरोप है कि मैनेजर फर्जी तरीके से कई कंपनी खोल रखा है. विदेश से जो आर्डर आते थे, डील कर अपनी कंपनी का माल भेज देता था. इस दौरान करोड़ों रुपये रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर किए हैं. इसका सबूत भी कंपनी के पास है. गुरुवार को कंपनी को ऑडिट जांच के बाद धोखाधड़ी की जानकारी हुई. कंपनी के पीआर ने सेक्टर 58 थाने में मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले में टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है.
थाना पुलिस को दी शिकायत में पीआर हेड मोहम्मद अखलाक ने बताया कि उनकी कंपनी बिजली का उपकरण, ट्रांसफार्मर, स्टेबलाइजर, बोर्ड पैनल सहित कई किस्म के इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद तैयार करती है. कंपनी का साल का टर्नओवर 50 से 100 करोड़ रुपये है. इसमें वह पिछले 10 साल से सीनियर मैनेजर सेल्स एंड मार्केटिंग पद पर कार्यरत है. कंपनी को 25 सितंबर के ऑडिट के बाद 20 करोड़ रुपये कम होने की जानकारी मिली. इस पर अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि मैनेजर पिछले साल जुलाई से कंपनी का डाटा दूसरे लोगों से साझा किया है. इस वजह से 20 करोड़ रुपये का कंपनी को आर्थिक नुकसान हुआ है.
अपनी कंपनी का माल भेजता था विदेश: आरोप है कि मैनेजर ने फर्जी तरीके से कई कंपनी खोल रखी है. जो विदेश से आर्डर आता था. जानबूझकर अपनी कंपनी का माल भेज दिया करता था. आरोपी मैनेजर ने अपने घरवालों और रिश्तेदारों के अकाउंट में इन पैसों की लेनदेन की है. कंपनी पीआर का कहना है कि इस धोखाधड़ी में कंपनी के कुछ और कर्मी मिले हुए हैं. अब भी मैनेजर रोजाना काम पर आ रहा है. पीआर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि मैनेजर का फोन और परिवार वालों बैंक खातों, संपत्ति की जांच की जाए. इससे पता चल जाएगा. रकम कहां गई है.
मैनेजर को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज: धोखाधड़ी के दर्ज मुकदमे के संबंध में थाना प्रभारी सेक्टर 58 ने बताया कि मामले में मैनेजर को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है. जो भी धोखाधड़ी में शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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