नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार (3 जनवरी) को दोपहर करीब 12:10 बजे दिल्ली के अशोक विहार स्थित स्वाभिमान अपार्टमेंट में झुग्गी झोपड़ी (जेजे) क्लस्टर के निवासियों के लिए इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोजेक्ट के तहत नवनिर्मित फ्लैटों का दौरा करेंगे. दोपहर करीब 12:45 बजे वह दिल्ली में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
प्रधानमंत्री दिल्ली के अशोक विहार स्थित स्वाभिमान अपार्टमेंट में झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर के निवासियों के लिए नवनिर्मित 1,675 फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे और पात्र लाभार्थियों को चाबियां भी सौंपेंगे. नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की ओर से दूसरी सफल इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन परियोजना के पूरा होने का प्रतीक होगा.
परियोजना का उद्देश्य क्या है
इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली के जे.जे. क्लस्टरों के निवासियों को उचित सुख-सुविधाओं से युक्त बेहतर और स्वस्थ रहने का माहौल प्रदान करना है. सरकार की ओर से फ्लैट के निर्माण पर खर्च किए गए प्रत्येक 25 लाख रुपये के लिए, पात्र लाभार्थी कुल राशि का 7 प्रतिशत से कम भुगतान करते हैं, जिसमें 1.42 लाख रुपये नाममात्र का योगदान और पांच साल के रखरखाव के लिए 30,000 रुपये शामिल हैं.
पीएम मोदी दो शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे- नौरोजी नगर में विश्व व्यापार केंद्र (डब्ल्यूटीसी) और सरोजिनी नगर में जनरल पूल आवासीय आवास (जीपीआरए) टाइप-II क्वार्टर. नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ने 600 से ज़्यादा जीर्ण-शीर्ण क्वार्टरों की जगह अत्याधुनिक वाणिज्यिक टावर लगाकर इलाके को बदल दिया है, जो उन्नत सुविधाओं के साथ लगभग 34 लाख वर्ग फ़ीट प्रीमियम वाणिज्यिक स्थान प्रदान करता है. इस परियोजना में हरित भवन प्रथाओं को शामिल किया गया है, जिसमें शून्य-निर्वहन अवधारणा, सौर ऊर्जा उत्पादन और वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसे प्रावधान हैं.
सरोजिनी नगर में जीपीआरए टाइप-II क्वार्टर में 28 टावर शामिल हैं, जिनमें 2,500 से ज़्यादा आवासीय इकाइयाँ हैं, जो आधुनिक सुविधाएँ और जगह का कुशल उपयोग प्रदान करते हैं. परियोजना के डिज़ाइन में वर्षा जल संचयन प्रणाली, सीवेज और जल उपचार संयंत्र और सौर ऊर्जा से चलने वाले अपशिष्ट कॉम्पैक्टर शामिल हैं जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन को प्रोत्साहित करते हैं.
सीबीएसई एकीकृत कार्यालय परिसर का भी उद्घाटन
प्रधानमंत्री दिल्ली के द्वारका में सीबीएसई के एकीकृत कार्यालय परिसर का भी उद्घाटन करेंगे, जिस पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसमें कार्यालय, ऑडिटोरियम, उन्नत डेटा सेंटर, व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली आदि शामिल हैं. पर्यावरण के अनुकूल इस भवन का निर्माण उच्च पर्यावरणीय मानकों के अनुसार किया गया है और इसे भारतीय हरित भवन परिषद (आईजीबीसी) के प्लेटिनम रेटिंग मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है.
600 करोड़ की लागत से नई परियोजनाओं की आधारशिला
प्रधानमंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इसमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर और द्वारका में पश्चिमी परिसर शामिल हैं. इसमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन भी शामिल है, जिसमें शिक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं.