कैथलः यातायात नियमों को तोड़ने वाले सरकारी कर्मचारियों को अब कार्यालय में प्रवेश नहीं मिलेगा, साथ ही विभागीय कार्यवाही का भी सामना करना पड़ सकता है. कैथल उपायुक्त की ओर से जिले के लघु सचिवालय में बिना हेलमेट एंट्री पर रोक लगा दी गई है. इस संबंध में सभी विभागों को 2 जनवरी को पत्र जारी किया गया था. नियम तोड़ने वालों की सूची कार्रवाई के लिए डीसी कार्यालय को रोजना शाम 5 पांच बजे भेजा जाएगा. पत्र के आलोक में यातायात पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में पहले ही दिन आज (शुक्रवार) 46 लोग नियम तोड़ते हुए पाये गये.
क्या है आदेशः कैथल की डीसी प्रीति ने हाल ही में आदेश जारी किया था कि कोई भी कर्मचारी बिना हेलमेट पहने कैथल जिला सचिवालय में प्रवेश नहीं कर पायेंग. नियमों को तोड़ने वाले कर्मचारियों का चालान काटा जाएगा साथ ही उसके संबंधित विभाग से स्पष्टीकरण लिया जाएगा. यह नियम सभी स्तर के कर्मचारियों पर लागू होगा.
आदेश का उल्लंघन करने वालों में कौन हैं शामिलः हैरानी की बात ये है कि आम जनता से ज्यादा नियमों की अनदेखी सरकारी विभागों के कर्मचारी करते दिखे. निगरानी के दौरान यातायात पुलिस ने पाया कि यातायात नियमों को तोड़ने वालों में कार्यालय के कर्मचारी, रीडर और कई एडवोकेट शामिल हैं. जबकि यह नियम सभी के लिए समान रूप से लागू है. ट्रैफिक पुलिस ने 46 कर्मचारियों की लिस्ट तैयार की है, जो बिना हेलमेट के बाइक से कार्यालय आये थे.
मैंने देखा कि कैथल में काम कराने के लिए सरकारी कार्यालय आने वाले सामान्य लोगों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारी भी यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. रोजना यह संख्या 50 के करीब रहती है. मैं चाहती हूं कि घर से नियमों का पालन हम प्रारंभ करें. इसके लिए लघु सचिवालय से इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है. पहले भी मैंने मासिक बैठकों में अधिकारियों को इस संबंध में मौखिक रूप से आदेश दिया था. इस बार लिखित आदेश भी जारी किया गया है. सभी विभागाध्यक्षों को कार्यालयों में अनुशासन को सख्ती से पालन करने को कहा गया है.- प्रीति, कैथल डीसी
प्रशासन की कड़ी कार्रवाईः डीसी के आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस ने सख्त निगरानी शुरू कर दी है. सचिवालय के प्रवेश द्वारों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो हेलमेट पहनकर आने वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस की ओर से नियमों को तोड़ने वाले कर्मियों का रिकार्ड बनाया जा रहा है, जिसे संबंधित विभाग को भेजकर संबंधित कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.
जनता की प्रतिक्रियाः आम जनता ने इस फैसले की सराहना की है. उनका कहना है कि यह नियम सभी के लिए समान होना चाहिए और जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन का यह कदम एक सकारात्मक पहल है. यह जरूरी है कि सभी लोग नियमों का पालन करें, चाहे वे किसी भी पद पर हों. हेलमेट पहनने से न केवल कानून का सम्मान होता है, बल्कि यह जीवन की सुरक्षा के लिए भी अनिवार्य है.
लिस्ट डीसी को भेजा जाएगाः ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को इसको लेकर कार्रवाई तेज कर दी है. ट्रैफिक थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि पुलिस ने यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों की एक सूची तैयार की. 46 लोगों में सूची में सरकारी कर्मचारी, जजों के रीडर और वकीलों के नाम शामिल हैं. लिस्ट को कार्रवाई के लिए डीसी को भेजा जाएगा.