रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर में स्थित प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा में मेले का आयोजन होता है. इस दौरान दूर-दराज से भक्त गर्जिया देवी के दर्शन करने आते हैं, लेकिन इस बार भक्त गर्जिया देवी मंदिर के गर्भ गृह में नहीं जा पाएंगे. भक्तों के लिए गर्जिया देवी की चरण पादुका और मुख्य डोला मंदिर के नीचे सीढियों पर स्थापित किया गया है. वहीं से भक्त चरण पादुका और मुख्य डोला के दर्शन कर सकते है.
कार्तिक पूर्णिमा पर हर साल प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर क्षेत्र में विशाल स्नान मेले का आयोजन होता है. इस बार ये मेला 14 से 16 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त स्नान के बाद गर्जिया देवी माता के दर्शन करते है. लेकिन इस बार भक्तों को गर्जिया देवी के टीले पर चढ़ने की अनुमति नहीं है. इसीलिए भक्तों के लिए गर्जिया देवी की चरण पादुका और मुख्य डोला मंदिर के नीचे सीढियों पर स्थापित किया गया है.
दरअसल, मां गर्जिया देवी का मंदिर कोसी नदी के बीचों-बीच बने टीले पर मौजूद है. रामनगर उप जिलाधिकारी राहुल शाह ने बताया कि इस साल सितंबर महीने से आई बाढ़ में मुख्य मंदिर को जाने वाली सीढ़ी आदि क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसकी मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. वहीं पुलिस और सिंचाई विभाग ने मानना था कि कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होगी. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए सीढ़ियों से टीले पर जाना उचित नहीं होगा. इसीलिए कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान 14, 15 व 16 नवंबर 2024 को मां गर्जिया देवी की चरण पादुका व मुख्य डोला मंदिर के नीचे सीढियों पर स्थापित किया जाएगा. मन्दिर प्रांगण में सीढ़ियों के समीप श्रद्धालु मां गर्जिया के चरण पादुका के दर्शन कर पायेंगे.
वहीं कार्तिक पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है. यूपी वाले क्षेत्र से ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के चलते हल्दुआ बैरियर से सटल सेवा शुरू की गई है जिसके माध्यम से गर्जिया मंदिर लाया जाएगा.
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