पटना: बिहार राज्य आपदा प्राधिकरण ने आईआईटी पटना के साथ हाथ मिलाकर एक नया डिवाइस लॉन्च किया है. इसका नाम "नीतीश" पेडेंट रखा गया है. इस डिवाइस से व्रजपात, बाढ़, गर्मी, लू, शीतलहर जैसी आपदाओं की जानकारी मिलेगी.
लॉकेट की शक्ल में है डिवाइस: मिली जानकारी के अनुसार, यह डिवाइस सामान्य कलाई घड़ी जैसा है. इसका नाप 47 मिमी x 48 मिमी x 16 मिमी एवं मात्र 43 ग्राम है. इसे लॉकेट की शक्ल दी गई है. इस इलेक्ट्रानिक डिवाइस का अंग्रेजी नाम Novel Innovative Technological Intervention for Safety of Human lives (NITISH ) रखा गया है.
शरीर की ऊर्जा से होगा चार्ज: इस डिवाइस को लेकर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ उदयकांत ने बताया कि नीतीश पेंडेंट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह शरीर की ऊर्जा और गर्माहट से ही रिचार्ज होता रहेगा. राज्य के किसी क्षेत्र में वज्रपात या किसी अन्य आपदा की पूर्व चेतावनी जैसे ही आएगी, नीतीश पेंडेंट अपने स्वामी को तीन प्रकार से सतर्क कर देगा.
वॉयस मैसेज से देगा चेतावनी: उन्होंने बताया कि इससे वॉयस मैसेज सुनाई पड़ेगा. यह वाईब्रेट भी करेगा तथा इसका रंग हरे से लाल में तब्दील हो जाएगा. जब तक इसे पहनने वाला स्वीच ऑफ ना कर दे तब तक नीतीश पेंडेंट चेतावनी देता ही रहेगा. स्वीच ऑफ करते ही प्राधिकरण के कम्प्यूटर में यह सूचना स्वत: ही आ जाएगी कि व्यक्ति विशेष तक चेतावनी पहुंच चुकी है. नीतीश पेंडेंट वाटरप्रुफ भी है, जिसे समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
नीतीश पेंडेंट की लागत 1000 रूपए: उन्होंने कहा कि आईआईटी पटना एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बीच हुए एमओयू के तहत सम्प्रति आईआईटी पटना अपने ही प्रयोगशाला में 1 लाख पीस बनाएगा. बताया जा रहा कि डिवाइस नीतीश पेंडेंट की लागत करीब 1000 रूपए आ रही है. प्रयास यह है कि इम्पोर्टेड पुर्जे को आईआईटी पटना में ही डिजाइन कर लिया जाए. ऐसा होने से नीतीश पेडेंट की कीमत में तकरीबन 20 प्रतिशत कमी आने की संभावना है.
"नीतीश पेंडेंट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस 100 फीसद सुरक्षित है. बिहार मौसम सेवा केन्द्र के सहयोग से नीतीश पेंडेंट वज्रपात ही नहीं, बाढ़, अत्यधिक गर्मी यानी लू और शीतलहरी जैसी अनेक आपदाओं से पहले चेतावनी देगा." - डॉ उदयकांत, उपाध्यक्ष, आपदा प्राधिकरण
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