नई दिल्ली: दिल्ली एम्स में रविवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रांसप्लांट सर्जन्स (आईएसटीएस) की तरफ से दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम देश में अंग प्रत्यारोपण करने वाले प्रशिक्षित और कुशल शल्य चिकित्सकों की आवश्यकता के संबंध में आयोजित किया गया. इस दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि ट्रांसप्लांट के लिए पंचवर्षीय रोडमैप की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आईएसटीएस के माध्यम से एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है, जिसमें देश के सभी ट्रांसप्लांट सर्जन लेटेस्ट तकनीक से वाकिफ हो सकेंगे.
वहीं एम्स के डॉयरेक्टर डॉ. एम श्रीनिवास ने कहा कि ट्रांसप्लांट एक बेहद ही जटिल प्रक्रिया है. इसके लिए एक समर्पित सेंटर की जरूरत है. एम्स में सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. वीके बंसल ने कहा कि ट्रांसप्लांट सर्जरी का एक बड़ा क्षेत्र है. ऐसे में आने वाले समय में कई तरह के एक्सपर्ट ट्रांसप्लांट सर्जन की जरूरत है. ऐसे में इस तरह की सोसाइटी की काफी जरूरत है.
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एम्स अस्पताल में आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर के लगभग 100 से अधिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि आने वाले समय में भारत में अंगदान को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जाए, ताकि लोग बढ़-चढ़कर अंगदान करें. साथ ही मौत के आंकड़ों को कम किया जा सके. कहा गया कि यूरोप-अमेरिका में ट्रांसप्लांट जितना चार्ज है, उसका दसवां हिस्सा भारत में खर्च होता है.
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