श्रीनगर: एनआईटी को देश के सबसे बड़े संस्थानों में गिना जाता है. यहां से पास आउट होने पर इन छात्रों के लिए रोजगार के द्वार आसानी से खुल जाते हैं, लेकिन अब एनआईटी उत्तराखंड इस शैक्षणिक सत्र में अनूठी पहल करने जा रहा है. अब यहां साधारण छात्र भी एडमिशन लेकर अपना भविष्य सुधार सकते हैं. जी हां, एनआईटी बीएससी और आईटीआई करने वाले छात्रों के लिए अपने एजुकेशन पैटर्न में चेंज ला रहा है. इसके तहत आईटीआई करने वालों के लिए जहां शॉर्ट टर्म कोर्स चलाए जाने की योजना है तो वहीं एमएससी करने वालों को भी संस्थान अब एडमिशन देगा.
एनआईटी उत्तराखंड में कर सकेंगे एमएससी: दरअसल, एनआईटी यानी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अमूमन आपने इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों को ही एडमिशन लेते हुए देखा होगा, लेकिन अब एमएससी भी कर सकेंगे. साथ ही आईटीआई कर चुके छात्रों के लिए शॉर्ट टर्म कोर्स भी संचालित किया जाएगा. जी हां, यह पहल एनआईटी उत्तराखंड में शुरू की जा रही है. इस शैक्षणिक सत्र से एनआईटी उत्तराखंड एमएससी के लिए 60 सीटों का निर्धारण कर चुका है. इसके लिए एमआईटी की बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है.
इसके तहत संस्थान ने 20 सीटें रसायन विज्ञान, 20 सीटें भौतिक विज्ञान, 20 सीटें गणित विषय के लिए निर्धारित की है. इसके लिए छात्रों को सीसीएमटी यानी सेंट्रलाइज्ड काउंसलिंग फॉर एमटेक की तरफ से आयोजित होने वाले क्वालीफाइंग टेस्ट को पास करना होगा. साथ ही संस्थान एडमिशन के लिए अपने स्तर पर भी एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करेगा. इसके अलावा भी आईटीआई पास करने वाले छात्रों को रोजगार से जोड़ने के लिए संस्थान शॉर्ट टर्म कोर्स संचालित कर रहा है, जिससे छात्र रोजगार की तरफ अग्रसर हो सकें.
"इस शैक्षणिक सत्र से ही इस योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा. कोशिश की जा रही है कि संस्थान अपने स्तर से ही एंट्रेंस टेस्ट करवाए. ताकि, छात्रों को आसानी हो सके और सीटों का सदुपयोग हो सके." - प्रो. ललित अवस्थी, निदेशक, एनआईटी उत्तराखंड
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