दुमका: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने रांची में आयोजित उलगुलान रैली पर कल्पना सोरेन के भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूछा कि आखिरकार कल्पना सोरेन कौन हैं, वह झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक हैं, सांसद हैं, कार्यकारी अध्यक्ष हैं वे क्या हैं. वह रैली के पोस्टर में हर जगह कैसे नजर आ रही हैं, जबकि बसंत सोरेन कहीं नहीं नजर आ रहे हैं. खुद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का चेहरा कुछ पोस्टर में नजर आ रहा है.
निशिकांत दुबे ने कहा कि कल्पना सोरेन सिर्फ भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी हैं. इसके बावजूद वह सिर्फ अपने रुपए के बल पर हर जगह हावी हैं. निशिकांत दुबे ने कहा कि आज की जो उलगुलान रैली थी उसमें सिर्फ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा हुआ. जिसमें उनके कार्यकर्ता खुद आपस में लड़ते - झगड़ते नजर आए.
निशिकांत दुबे आज दुमका में गौशाला समिति के सदस्यों और व्यवसायियों के साथ मुलाकात के लिए पहुंचे थे. यहां उनके साथ दुमका लोकसभा की भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन खुद भी मौजूद थीं. उन्होंने यहां के व्यवसायियों को यह आश्वस्त किया कि बीजेपी का साथ दें, हम हर कदम पर आपके साथ हैंं.
होटवार जेल से 300 मोबाइल से चल रही है झारखंड सरकार
निशिकांत दुबे ने कहा कि आज जिन लोगों के लिए यह रैली आयोजित हुई. चाहे वह हेमंत सोरेन हो या अरविंद केजरीवाल वे भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं. जहां स्वतंत्र एजेंसी काम कर रही है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कोई नहीं पूछ रहा है. जबकि रांची के होटवार जेल से 300 मोबाइल के माध्यम से झारखंड सरकार को चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन सिर्फ कुछ दिनों के लिए मुख्यमंत्री के पद पर हैं. आने वाले दिनों में कल्पना सोरेन इस सीएम की कुर्सी पर नजर आएंगी.
दीपिका पांडे का विरोध करने वाले कांग्रेस नहीं बल्कि प्रदीप यादव के आदमी
निशिकांत दुबे ने कहा कि जब से दीपिका पांडे सिंह को कांग्रेस ने गोड्डा लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है, उनके खिलाफ कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. यह विरोध कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं कर रहे हैं बल्कि प्रदीप यादव के लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव का शुरू से यह रवैया रहा है कि वह जहां रहते हैं अपने ही दल को नुकसान पहुंचाते हैं. उनके वैसे लोग जो ठेकेदार प्रवृत्ति के हैं उन्हें अपनी ठेकेदारी बंद होने का भय सता रहा है. इसलिए दीपिका पांडे का विरोध कर रहे हैं, कहीं कोई कांग्रेसी कार्यकर्ता दीपिका पांडे सिंह के विरोध में नहीं है.
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